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Wednesday, March 6, 2013

जिला कलक्टर ने किया पोस्टर का लोकार्पण


बेसिक साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा से संबंधित पोस्टर


बीकानेर, 6 मार्च। जिला कलक्टर आरती डोगरा बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में बेसिक साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा से संबंधित पोस्टर और पम्फलेट का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि साक्षरता का अर्थ केवल अक्षरों और शब्दों को पढ़ना नहीं बल्कि पूर्ण विकास की ओर एक कदम बढ़ाना है। व्यक्तिगत, सामाजिक और राष्ट्रीय विकास के लिए साक्षरता अत्यंत आवश्यक है। साक्षरता, जीवन में नया प्रकाश फैलाती है। व्यक्ति को आवश्यक ज्ञान प्रदान करने तथा कौशल सम्पन्न बनाने के लिए साक्षरता की जरूरत है।

डोगरा ने कहा कि निरक्षरता उन्मूलन के अभियान में वातावरण निर्माण की भूमिका भी महत्वपूर्ण होती है। प्रत्येक व्यक्ति की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए पोस्टर और फोल्डर प्रकाशन के अलावा सांस्कृतिक, मनोरंजन एवं खेलकूद की गतिविधियों का आयोजन किया जाए। उन्होंने इसके लिए समूह चर्चाएं करवाए जाने की आवश्यकता भी जताई।
डोगरा ने कहा कि आगामी 17 मार्च को आयोजित होने वाली बेसिक साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा में निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार नवसाक्षरों को परीक्षा दिलवाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रेरक निरंतर रूप से नवसाक्षरों के संपर्क में रहकर उनका पंजीकरण करवाएं। भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी संदेश नायक ने कहा कि बुनियादी साक्षरता कार्यक्रम के तहत नव साक्षरों का मूल्यांकन और प्रमाण पत्रा प्रदान करने के इस महाअभियान की जानकारी अधिक से अधिक पात्रा लोगों तक पहुंचाई जाए।
सहायक परियोजना अधिकारी (वरिष्ठ) राजेन्द्र जोशी ने कहा कि उक्त परीक्षा में जिले के 45 हजार नवसाक्षर परीक्षा देंगे। इसमें 37 हजार 300 का नवीन लक्ष्य है तथा 7 हजार 700 पूर्व परीक्षार्थियों को भी परीक्षा दिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि परीक्षा की सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं तथा शीघ्र ही प्रत्येक ब्लॉक मुख्यालयों पर परीक्षा के प्रश्न पत्रा तथा उत्तर पुस्तिकाएं भिजवा दी जाएंगी। जिला साक्षरता एवं सतत शिक्षा अधिकारी जोरावर सिंह ने बताया कि इस वर्ष पहली बार केन्द्रीय कारागृह के कैदी भी स्तरकी परीक्षा देंगे।
सूची तैयार करें
जिला कलक्टर आरती डोगरा ने जिले के भूमि अथवा भवन विहीन विद्यालयों की सूची शीघ्र तैयार करने के निर्देश सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को दिए हैं। बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि ऐसे सरकारी स्कूल जो स्वयं के भवन में संचालित नहीं हो रहे हैं अथवा जिनकी भूमि का मालिकाना हक स्कूल का नहीं है, इसकी सूची तैयार करें। उन्होंने इसके लिए प्रत्येक ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को संबधित उपखण्ड अधिकारी से समन्वय करते हुए इस कार्य को प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला साक्षरता एवं सतत शिक्षा अधिकारी जोरावर सिंह सहित विभिन्न ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मौजूद थे।



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