बीकानेर, 07 मार्च। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से गुरुवार को सार्दुल गंज स्थित स्वामी विवेकानन्द शिक्षा एवं तकनीकी संस्थान में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में एक मीडिया कान्फ्रेन्स का आयोजन किया गया । कार्यशाला में महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक मीठू सिंह ने कहा कि सरकार महिलाओं को शिक्षित व स्वावलम्बी बनाने , उनको स्व रोजगार से जोड़ने के लिए अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं संचालित की है। महिलाएं महिला एवं बाल विकास विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग तथा श्रम विभाग की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ लें। महिलाओं के शिक्षित बनने से अनेक समस्याओं का निराकरण होगा तथा साामजिक कुरीतियों का उन्मूलन होगा।
सूचना एवं जन सम्पर्क कार्यालय के कार्यवाहक सहायक निदेशक विकास हर्ष ने कहा कि राज्य सरकार के माध्यम से महिला सशक्तीकरण के लिए 7 सूत्राीय कार्यक्रम क्रियान्वित किया जा रहा है। आर.के.सी.एल.द्वारा राज्य के सभी वर्गों की महिलाओं के लिए कम्प्यूटर की बेसिक शिक्षा निःशुल्क की गई है। गैर अनुदानित महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए स्वरोजगार के लिए ऋण पर 50 प्रतिशत ब्याज अनुदान का प्रावधान किया गया है। सभी जिला मुख्यालयों पर महिला थानों में महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र संचालित किया जा रहा है। क्षेत्राीय सन्दर्भ एवं प्रशिक्षण केन्द्र बीकानेर संभाग बीकानेर की सुश्री मैरिगटन सोनी, ने कहा कि महिलाओं के सशक्तजीकरण तथा उनको शोषण से बचाने व संरक्षण प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने जून 2012 में महिला हैल्प लाइन चालू की है। यह हैल्प लाइन महिलाओं के लिए सार्थक साबित हो रही है। राज्य में बाल कल्याण संरक्षण के उद्धेश्य से राज्य में पहली बार बाल अधिकार संरक्षण आयोग का गठन किया गया है। महिला बाल विकास विभाग संभाग की कार्यक्रम अधिकारी देवानंद नायक, प्रचेता विजय लक्ष्मी जोशी, महिला सुरक्षा केन्द्र की प्रभारी श्रीमती मंजू नागल, कोलायत के बाल विकास परियोजना अधिकारी राम प्रसाद हर्ष व लेखाकार राज कुमार ने सरकार व एन.जी.ओ., महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से संचालित महिलाओं के विकास व शोषण से मुक्ति दिलाने के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी।
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