.....सर कटा सकते हैं लेकिन सर उठा सकते
नहीं....... !धिक्कार है ऐसी नपुंसक सरकार पर !
पाकिस्तानी हमारे देशभक्त सैनिकों के सर काट कर ले गए, और हफ्ते भर बाद भी हम सिर्फ हाथ मल रहे हैं। शूरवीरों की माताएं मातम मना रही हैं। विधवाएं विलाप कर रही हैं। परिवार के बाकी लोग बिलख रहे हैं। और परिजन प्यासे - भूखे बैठे हैं। कह रहे हैं कि बेटों की जिंदगी तो वापस नहीं ला सकते, मगर पाकिस्तानियों से उनके सर तो कम से कम वापस ले आइए। सारा देश सन्न है, मगर राजनीति मजे ले रही है।
हमारे सैनिकों के सर कलम करने की क्रूर और दर्दनाक दास्तान को केंद्र में रखकर देखा जाए तो कश्मीर और सर का वैसे भी रिश्ता अटूट है। नक्शे में दिखने में तो है ही, पर आम तौर पर भी कश्मीर को दुनिया भर में हमारे देश का सर ही कहा जाता है।
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