बीकानेर,31
मार्च। राजस्थान दिवस के मौके पर जिला प्रशासन, बीकानेर जिला उद्योग संघ, पर्यटन विभाग व ए.पी.थ्री.आई. के संयुक्त तत्वाधान में 3 दिवसीय छायाचित्रा प्रदर्शनी ‘‘सुरंगों राजस्थान’’ का समापन रविवार को सुदर्शना कुमारी कला दीर्घा में छाया चित्राकारों के सम्मान के बाद हुआ।
मुख्य अतिथि सांसद अर्जुन मेघवाल ने कहा कि छाया चित्रा स्वभाविक तथा संदेश देने वाले होने चाहिए। प्रदर्शित चित्रों में अनेक चित्रा शिक्षा, अधिकाधिक पौधरोपण आदि का संदेश दे रहे हैं। वहीं कई चित्रा बीकानेर के सांस्कृतिक वैभव से साक्षात्कार करवा रहे है।
विशिष्ट
अतिथि हाफिज फरमान अली ने कहा कि अनेक
फोटो कहानी कहते, इतिहास तथा बीकानेर के जन जीवन को दिग्दर्शित करने वाले है। पर्यटन लेखक संघ के अध्यक्ष उपध्यान चंद कोचर ने कहा कि राजस्थान के निर्माण में बीकानेर का अनुकरणीय योगदान रहा है। बीकानेर की विशिष्टताओं को छाया चित्राकारों ने बेहतरीन तरीके से पेश किया है। जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डी.पी. पच्चीसिया ने कहा कि बीकानेर कला व संस्कृति का गढ़ रहा है। छाया चित्राकारों ने चित्रों के माध्यम से बीकानेर की कला व संस्कृति को पुष्ट किया है। युवा रचनाकार संजय पुरोहित ने बताया कि बीकानेर के छायाचित्राकारों ने रियासत से अब तक अपने कलात्मक व सृजनात्मक फोटोग्राफी से नगर का नाम हमेशा रोशन किया है।
जनसंपर्क व सांस्कृतिककर्मी शिवकुमार सोनी ने कहा कि एक छाया चित्रा की विषय वस्तु को हजार शब्दों में भी बयां नहीं किया जा सकता। प्रदर्शनी में 12 फोटोग्राफरों ने 120 छाया चित्रा प्रदर्शित किए है। कई चित्रा अनूठे है। उन्होंने सलाह दी कि बीकानेर के वरिष्ठ चित्राकारों से युवा चित्राकार प्रेरणा लेकर स्वाभाविक व संदेश देने वाले छाया चित्रा प्रदर्शित करें। प्रदर्शनी के संयोजक अजीज भुट्टा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर अतिथियों ने छायाकार ओम मिश्रा, शाकिर, आलम हुसैन सिंधी, मनीष पारीक, राकेश शर्मा, विनय जोशी, अंकित बिस्सा, गुलाम रसूल, नौशाद अली, दिनेश गुप्ता तथा अजीज भुट्टा तथा प्रदर्शनी में सहयोग करने वालों को स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया।
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