सूरत। पानी की बर्बादी को
लेकर आलोचनाओं के घेरे में आए आसाराम बापू ने जहांगीरपुरा स्थित अपने आश्रम में
भक्तों के साथ जमकर होली खेली और उनपर रंगीन पानी की बौछार की। उन्होंने मीडिया की
आलोचनाओं को खारिज करते हुए कहा कि पानी किसी के बाप का नहीं है। उन्होंने भगवान
को यार कहकर संबोधित किया और यहां तक कह दिया कि जहां भी सूखा पड़ा होता है, हम
पानी बरसा देते हैं।
एक न्यूज चैनल के अनुसार,
अपने भक्तों के साथ होली मनाते हुए आसाराम बापू ने सारी सीमाएं लांघ दीं। आसाराम
ने मीडियाकर्मियों की तुलना कुत्तों से कर दी।
वह यहीं चुप नहीं बैठें। उन्होंने
कहा कि हम किसी सरकार के बाप से पानी नहीं लेते।
दरअसल, होली के अवसर पर
उनके द्वारा लाखों लीटर पानी बहाने के बाद जब महाराष्ट्र सरकार की सलाह मीडिया में
आई तो उन्होंने कहा कि हम किसी सरकार के बाप का पानी नहीं लेते। बस इतना ही नहीं,
लोगों की आस्था का मजाक उड़ाते हुए उन्होंने भगवान को यार कहा। आसाराम ने कहा कि हम
तो यार का पानी बरसवाते हैं। यही नहीं, वह आगे कहते हैं कि जहां भी सूखा पड़ा होता
है हम पानी बरसा देते हैं।
उन्होंने मीडिया को आड़े
हाथ लेते हुए कहा कि मैंने तो अपने भक्तों के साथ होली खेलने के लिए बहुत कम
मात्रा में पानी का प्रयोग किया था, जिसपर बहुत हायतौबा मचाई जा रही है। उन्होंने
कहा कि जब महाराष्ट्र के एक मंत्री के लिए हेलीपैड बनाने के लिए पानी के 41
टैंकरों का इस्तेमाल किया गया, तब मीडिया ने क्यों नहीं हायतौबा की।
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