विवादित द्वीप पर लहराया तिरंगा
द्वीप में भारतीय तिरंगा लहराने के प्रयासों को पुलिस ने नाकाम कर दिया जिसके बाद क्षेत्र तनाव व्याप्त हो गया।प्रदर्शनकारी श्रीलंका के राष्ट्रपति महिन्दा राजपक्षे को युद्ध अपराधी घोषित किए जाने समेत कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।
पुलिस ने बताया कि कार्यकर्ता कचातिवु द्वीप को श्रीलंका से वापस लिए जाने, राजपक्षे को युद्व अपराधी घोषित करने और संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार परिषद में भारत द्वारा श्रीलंका के खिलाफ अमेरिकी प्रसताव का समर्थन करने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे।
प्रदर्शनकारी मांग कर रहे थे कि श्रीलंका को दिए गए उक्त द्वीप को वापस लिया जाए ताकि वहां से श्रीलंकाई सेना के हमलों से तमिलनाडु के मछुआरों की रक्षा की जाए।
करीब 200 की संख्या में कार्यकर्ता विवादित द्वीप पर तिरंगा लहराने के लिए रैली के रूप में रामेश्वरम नगर पालिका के कार्यालय से अग्नितीर्थकराई तट ओर बढ़ने लगे।
इस बीच जिला प्रशासन ने उनकी रैली को आगे बढ़ने की इजाजत नहीं दी। पुलिस उपाधीक्षक मनीवन्नान के नेतृत्व में भारी संख्या में तैनात पुलिस के जवानों ने उनके रास्ते रोक दिए। इस दौरान दोनों पक्षों में तीखी झड़प हुई।
प्रदर्शनकारियों ने राजपक्षे की तस्वीर और श्रीलंका के राष्ट्रीय ध्वज पर चप्पल-जूते बरसाए और जब पुलिस ने इन दोनों को आग के हवाले करने के उनके प्रयास को नाकाम कर दिया तो उन्होंने तस्वीर और झंडे फाड़ दिए।
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