PHOTOS

Monday, March 25, 2013

जैन समाज का त्याग, ईसाई समाज की सेवा और वैष्णवों की भक्ति अनुकरणीय है : साध्वी प्रवर्तिनी चन्द्रप्रभा म.सा.



बीकानेर, 25 मार्च। जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ की वरिष्ठ साध्वी प्रवर्तिनी चन्द्रप्रभा .सा. के 60 वें दीक्षा दिवस पर सोमवार को एस.डी.कॉन्वेंट की ओर से संचालित शांति निवास वृद्ध आश्रम की प्रभारी सिस्टर टीना लीसा ने उनसे रेलदादाबाड़ी परिसर के विचक्षण हॉल में मुलाकात धर्म चर्चा की
            लावारिस, लाचार बीमार वृद्धजनों की सेवा में समर्पित इन सिस्टर्स ने साध्वीजी के उत्तम स्वास्थ्य यशस्वी जीवन के लिए प्रार्थना की। साध्वी चन्द्रप्रभा ने कहा कि जैन समाज का त्याग, ईसाई समाज की सेवा और वैष्णवों की भक्ति अनुकरणीय है उन्होंने अपने 60 वर्ष के दीक्षाकाल में  अनेक लोगों को मांस,
मदिरा आदि बुराइयों से मुक्त करवाया वहीं महामांगलिक के माध्यम से प्रत्येक माह में महामांगलिक कार्यक्रम के माध्यम से वे बिना किसी जाति धर्म के सबके हित, उतम स्वास्थ्य, आर्थिक सामाजिक उत्थान के लिए जैन आगमों महापुरुषों द्वारा सिद्ध किए मंत्रों का उच्चारण करती है। महामांगलिक कार्यक्रम में जैन समाज के साथ जैनेतर बंधू भी शामिल होते है। साध्वी चंदन बाला ने भी ईसाई नन से मुलाकात की।

No comments:

Post a Comment