बीकानेर,
8 मार्च। जगद्गुरु पंचम पीठाधीश्वर गोस्वामी वल्लभाचार्यजी महाराज (कामवन) के सान्निध्य में श्री राज रतन बिहारी मंदिर के 161 वें पाटोत्सव के तहत 9 मार्च से 11 मार्च तक होने वाले 108 कुंडीय श्री विष्णु महायज्ञ की तैयारियां परवान पर है।
यज्ञ के प्रधान यज्ञाचार्य राजेन्द्र किराडू व मयूर उपाध्याय ने बताया कि 9 मार्च को श्री राज रतन बिहारी जी मंदिर से यज्ञ मंडल स्थल तक सुबह नौ बजे शोभायात्रा निकलेगी । यज्ञ में बैठने वाले 108 जोड़ों का प्रायश्चित कर्म, यज्ञ पूजन यर्जुेवद के अनुसार होगा। यज्ञ में एक लाख 60 हजार पुरुष सूक्त मंत्रों से आहूतियां दी जाएगी। प्रत्येक कुंड में एक-एक ब्राह्ण आहूतियां दिलवाएगा वहीं कई वेदपाठी ब्राह्मण मंत्रोच्चारण करेंगे। करीब 151 ब्राह्मण यज्ञ विधि को संपन्न करवाएंगे
।
पंचम पीठाधीश्वर गोस्वामी वल्लभाचार्यजी महाराज (कामवन) ने बताया कि यज्ञ का उद्धेश्य लोगों में मानवीयता, परोपकार की भावना प्रतिष्ठित करते हुए सुख, समृद्धि करना, मानव मानव के बीच पनप रहे वैमनस्य को दूर करना है। बीकानेर में पुष्टि मार्ग की परम्परा में पहली बार होने वाले यज्ञ में आहूतियां देने के लिए बीकानेर के साथ देश के विभिन्न इलाकों से श्रद्धालु पहुंच गए है।
फोटो- रतन बिहारी मंदिर के पीछे 9 से 11 मार्च तक चलने वाले श्री विष्णु महायज्ञ के मंडप को अंतिम रूप देते हुए ।
बीकानेर,
8 मार्च। श्री राज रतन बिहारीजी मंदिर में बसंत पंचमी से चल रहे 41 दिवसीय फागोत्सव में शुक्रवार को जगद्गुरु पंचम पीठाधीश्वर गोस्वामी वल्लभाचार्यजी महाराज (कामवन) के पुत्रा देवकी नंद बाबा व बिट्ठल नाथ बाबा ने मंदिर में ठाकुरजी की प्रतिमाओं पर श्रृंगार कर खुशबूदार गुलाल,इत्रा आदि से होली खेलाई।
मंदिर में चंग की थाप व मृंदग के साथ श्रद्धालुओं ने ठाकुरजी के फाग के भक्ति गीत पेश किए।
जगद्गुरु पंचम पीठाधीश्वर गोस्वामी वल्लभाचार्यजी महाराज (कामवन) ने प्रवचन में कहा कि पुष्टिमार्गी वैष्णव सम्प्रदाय में फाग उत्सव व 41 का महत्व है। ब्रजयात्रा 41 दिन की होती है, ब्रज लीला के 41 पदगाए जाते है ।
No comments:
Post a Comment