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Saturday, March 2, 2013


डॉग शो : ब्रीड शोआज्ञाकारिता और फैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता आयोजित 




बीकानेर, 2 मार्च। अपनी स्वामी भक्ति, आज्ञाकारिता के लिए विख्यात हैरत अंगेज कारनामों और आकर्षक शारीरिक गठन के विदेशी नस्ल के 74 श्वानों ने सैकडों लोगों के समक्ष अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन कर वाही-वाही लूटी। राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय परिसर में शनिवार को आयोजित डॉग शोमें तीन घंटे से भी अधिक समय तक दुनिया में पाई जाने वाली सभी नस्ल के श्वानों ने ब्रीड शो, आज्ञाकारिता और फैन्सी डेª प्रप्रतियोगिताओं के मार्फत श्वान प्रेमियों का भरपूर मनोरंजन किया। सेना के उप जनरल ऑफिसर कमाडिंग ब्रिगेडियर संजीव मेहरा और जिला कलेक्टर आरती डोगरा ने अतिथि रूप में शिरकत की। समारोह की अध्यक्षता करते हुए वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. .के. गहलोत ने कहा कि राज्य में गत वर्षों से इसके आयोजन से लोगों में श्वान पालन के प्रप्रति जागरूकता आई है और अच्छी जातियों के विकास में सुधार भी हो रहा है। श्वान पालकों को तकनीकी मार्गदर्शन के लिए विश्वविद्यालय सदैव प्रप्रयत्नशील है। केनाईन वेलफेयर सोसाइटी की सक्रियता से रेबीज जागरूकता
अभियान जैसे कार्यक्रम भी चलाए जा रहे है। कुलपति प्रप्रो. गहलोत ने बताया कि विश्वविद्यालय सम्बद्ध पशु चिकित्सालय में 24 घंटे पशु उपचार की सुविधा की गई हैं। इसके साथ ही पशुओं में रोग-निदान की जांच प्रयोगशाला भी स्थापित कर दी गई हैं। छोटे और बड़े पशुओ के लिए ऑपरेशन आदि की सुविधाओं जैसी सुविधाएं भी यहाँ सुलभ करवाई गई हैं। उन्होने बताया कि राज्य का सबसे पुराना सम्बद्ध वेटरनरी कॉलेज प्रप्रारम्भ काल से ही श्वानों के ईलाज के लिए विख्यात हैं। विश्वविद्यालय ने पशुओं के लिए आपदा प्रबन्धन केन्द्र की भी स्थापना की हैं। इससे आपदाओं से निपटने में पशुओं की क्षमता और सुरक्षा कार्यों में इनकी उपयोगिता पर भी बेहतर कार्य किया जा सकेगा।  डॉग शोमें मुख्य अतिथि सेना के उप जनरल ऑफिसर कमान्डिंग ब्रिगेडियर संजीव मेहरा ने कहा कि श्वानों का समाजिक और वर्तमान में अन्य गतिविधियों में विशेष महत्व है। विश्वविद्यालय में एक इतिहास रहा है। डॉग-शो का आयोजन अविस्मरणीय है। विशिष्ट अतिथि जिला कलेक्टर आरती डोगरा ने डॉग शो के आयोजन को बहुत अच्छा बताया और श्वान पालन के प्रप्रति जागरूकता लाने की सराहना की। वेटरनरी कालेज के डीन डॉ. बी.के. बेनीवाल ने बताया कि डॉग शो का आयोजन विशिष्ट है। निदेशक क्लिनिक्स डॉ. टी.के. गहलोत ने बताया कि श्वान स्वामी भक्ति के अलावा अपने शारीरिक विशिष्टताओं और क्षमताओं के कारण एक महत्वपूर्ण पालतू जानवर है। मनुष्य के मुकाबले इसकी घ्राण शक्ति 10 हजार गुना ज्यादा है। जिसमें सुरक्षा कार्यों, विस्फोटकों की पहचान, आपदा प्रबंधन के अलावा चिकित्सकीय अनुसंधान कार्यों में भी इसकी उपयोगिता बढ़ी है। अच्छी नस्ल का श्वान पालन और स्ट्रीट डॉग के टीकाकरण कार्यों से रेबीज जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है। डॉग शो की विभिन्न नस्लों में लेब्राडॉग में-13, रोटविलर-5, जर्मनशैफर्ड-6, ग्रेटडेन-6, सेन्ट बर्नाड-5, पामेरियन-5,और पग-8 श्वानों ने शिरकत की। बडे़ और छोटी नस्ल के अन्य समूहों श्वानो ने बडी संख्या में प्रप्रदर्शन किया। फैन्सी डेª में श्वानों के बेहतर शो से श्वान प्रप्रेमी भाव-विभोर हो गये। आज्ञाकारिता समूह में विभिन्न नस्ल के श्वानों ने अपने मालिक के इशारों पर बेहतरीन प्रप्रर्दशन किया। रेलवे सुरक्षा बल और आपराधिक अन्वेषण शाखा के श्वानों ने अपनी क्षमताओं की विशिष्टताओं से लोगों को रूबरू करवाया। इस अवसर पर अतिथियों ने विश्वविद्यालय के वेटरनरी मेडिसिन विभाग की डॉ.दीपिका धूड़िया, डॉ. मुकेश श्रीवास्तव, डॉ. नवीन के. सिंह और डॉ. अनिल आहुजा द्वारा तैयारजनरल डॉग केयरफोल्डर का विमोचन कर लोकार्पित किया। डॉग शो में डॉ. टी.के. गहलोत, डॉ. आलोक पिल्लई, एवं श्री अरूण झंवर निर्णायक के रूप में उपस्थित थे।                                                                                                                                                              आयोजन सचिव डॉ. अनिल आहूजा ने बताया कि पुरस्कार वितरण में लेबराडार नस्ल के लिए सुरेन्द्र डागा को प्रप्रथम नन्दनी बक्शी को द्वितीय, रोटविलर नस्ल के लिए श्री दीपेन्द्र सिंह को प्रप्रथम मयंक को द्वितीय, जर्मन सैर्फ्ड नस्ल के लिए श्री क्षितिज को प्रप्रथ्थम पर्थ चौधरी को द्वितीय, सेंट बरनार्ड नस्ल के लिए मितेश चौधरी को प्रप्रथम लेफ्टीनेन्ट कर्नल विनोद भट्ट को द्वितीय, ग्रेट डेन नस्ल के लिए सुरेन्द्र डागा को प्रप्रथम डॉ. आदित्य मिड्ढा को द्वितीय, श्वानो की बड़ी नस्लो में बाक्सर नस्ल के लिए रितविक सेठिया को प्रप्रथम साइबेरिसन सैर्फ्ड नस्ल के लिए अनिल कुमार को द्वितीय, पामेरियन/स्प्टिज नस्ल के लिए योगेन्द्र कुमार को प्रप्रथम श्रीमती आर.के. बक्सी को द्वितीय, पग नस्ल के लिए श्रीमती  पठानिया को प्रप्रथम समेन्द सिंह को द्वितीय, काकर स्पेनियल नस्ल के लिए ब्रिगेडियर संजीव मेहरा को प्रप्रथम डा. पुष्पेन्द्र सिंह शेखावत को द्वितीय,पुरस्कार प्रप्रदान किये गये। श्वान फैन्सी डैª प्रप्रतियोगिता में श्रीमती आर.के. बस्सी को प्रथम कर्नल पी.एस. भाट को द्वितीय, पुरस्कार प्रप्रदान किये गये। श्वान आज्ञाकारिता वर्ग में गणेश कुमार मारू को प्रप्रथम अनिल व्यास को द्वितीय,पुरस्कार प्रदान किये गये। विशिष्ट नस्लो में डाबरमैन नस्ल के लिए मयंक भाटी,डैलमिशन के लिए संदीप, नेपोलियन मैस्टीफ के लिए श्री के.एस. ठाकुर, इग्लिंश फाक्स हाउंड के लिए मेजर जनरल एन.सी. भण्डारी, डाबरमैन पिन्सर के लिए आरती डोगरा जिला कलेक्टर एवं फ्रैन्च मैस्टिफ के लिए श्री पंकज को पुरस्कार प्रदान किये गये। कार्यक्रम में कुलपति प्रप्रो. .के. गहलोत, केनाइन वेलफेयर के अध्यक्ष डॉ. पी.आर. झटकर, अधिष्ठाता डॉ. बी.के. बेनीवाल ने पुरस्कार वितरित किये।

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