बीकानेर,
01 अप्रेल। बीकानेर के पी.बी.एम. अस्पताल में 31 दिसम्बर की रात को 12.22 मिनट पर श्रीमती सुमन पत्नी प्रेम वाल्मीकि ने पुत्राी के रूप में शुभ लक्ष्मी ने जन्म दिया। अस्पताल में सोमवार को शाम चार बजे तक 7 कन्याओं ने जन्म लिया इन सबको मुख्यमंत्राी शुभ लक्ष्मी योजना का लाभ दिया जाएगा।
सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.के.सी.नायक ने बताया कि योजना के तहत एक अप्रेल 2013 या इसके बाद राजकीय एवं अधिस्वीकृत चिकित्सा संस्थानों में संस्थागत प्रसव में बालिका के जन्म होने पर प्रसूता को 2100 रुपए की राशि का चैक जननी शिशु सुरक्षा योजना के अतिरिक्त दिया जाएगा। बालिका की उम्र एक वर्ष पूर्ण होने पर तथा सभी आवश्यक टीके लगवाने पर 2100 रुपए की राशि
का दूसरा चैक, बालिका की उम्र 5 वर्ष पूर्ण होने पर तथा स्कूल में प्रवेश पर 3100 रुपए की राशि का तीसरा चैक प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पी.बी.एम. अस्पताल में हुई पहली कन्या के जन्म पर मिलने वाला शुभलक्ष्मी योजना का लाभ उसके अस्पताल से छुट्टी लेने पर दिया जाएगा।
कलक्टर ने किया पीबीएम अस्पताल व जिला अस्पताल का निरीक्षण
बीकानेर,01
अप्रेल। जिला कलक्टर आरती डोगरा ने पीबीएम अस्पताल व जिला अस्पताल का निरीक्षण कर,7 अप्रेल से प्रारंभ होने वाली मुख्यमंत्राी निःशुल्क जंाच योजना से संबंधित प्रगति की जानकारी ली तथा आवश्यक दिशा-निर्देश चिकित्सा अधिकारियों को दिए।
डोगरा ने सोमवार को पीबीएम अस्पताल के विभिन्न इकाईयों में स्थापित 20 कलेक्शन सेन्टरों व 7 जांच प्रयोगशालाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने चिकित्सकों को निर्देश दिए कि सभी कलेक्शन सेंटरों के बाहर रोगियों के बैठने की समुचित व्यवस्था की जाए तथा सभी सेंटरों पर आवश्यक पैरा मेडिकल स्टॉफ, उपकरण व रक्त, यूरिन आदि जांच में उपयोग आने वाले कैमिकल्स आदि आवश्यक मात्रा में उपलब्ध रहे । उन्होंने मुख्यमंत्राी निःशुल्क जांच योजना के प्रभारी डॉ. अमीलाल भट्ट को निर्देश दिए कि जांच के लिए काम में आने वाले उपकरण आदि 03 अप्रेल बुधवार तक आवश्यक रूप से स्थापित हो जाए । साथ ही टेक्निशियन सहित अन्य चिकित्सा अधिकारियों की नियुक्ति का कार्य भी अगले दो दिन में पूर्ण कर लिया जाए।
जिला कलक्टर ने शिशु अस्पताल के निरीक्षण के दौरान उपस्थित चिकित्सा अधिकारियों को कहा कि यहां बच्चों के लिए रक्त आदि की जांच के सभी किट उपलब्ध रहे तथा कलेक्शन सेंटर से प्रयोगशाला की दूरी इतनी कम रहे कि आपातकालीन परिस्थिति में त्वरित रोगी की जांच हो सके। उन्होंने कहा कि इ.सी.जी.,सोनोग्राफी व एक्सरे की जांच के लिए प्रयोग में आने वाले उपकरण पूरी गुणवता के हो साथ ही जांचकर्ता भी पूर्ण योग्यताधारी होना चाहिए। अगर किसी जांच की रिपोर्ट में त्राुटि पाई गई तो संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
डोगरा ने पी.बी.एम. अस्पताल में प्रशासनिक कक्ष से लेकर शिशु रोग अस्पताल तक बने सभी मुख्यमंत्राी निःशुल्क जांच केन्द्रों को देखा तथा एक्सरे कक्ष के बाहर रोगियों के बैठने के लिए बने स्थान में कुछ सुधार करने के निर्देश दिए। साथ ही जनाना अस्पताल में जांच केन्द्र के बाहर ब्रैंचों की संख्या बढ़ाने तथा अतिरिक्त पंखें लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसी तर्ज पर ई.एन.टी., दंत विभाग, कॉर्डियोलॉजी व टी.बी.अस्पतालों में भी रोगियों के बैठने की समुचित व्यवस्था की जाए। निरीक्षण से पूर्व कॉलेज प्राचार्य डॉ.के.सी.नायक, निःशुल्क जांच के प्रभारी व चेयरमैन डॉ.अमीलाल भट्ट, अधीक्षक सतीश कच्छावा, उप अधीक्षक डॉ.अजय कपूर आदि चिकित्सकों के साथ अब तक की प्रगति की समीक्षा की।
जिला कलक्टर ने मुख्यमंत्राी निःशुल्क जांच योजना के तहत एस.डी.एम. राजकीय जिला चिकित्सालय में अब तक हुए कार्यों का मौके पर निरीक्षण किया। उन्होंने प्रभारी चिकित्सक डॉ.डी.के.पुरोहित से कहा कि निःशुल्क जांच से संबंधित सभी कार्य 3 अप्रेल तक पूर्ण करने के निर्देश दिए।
निःशुल्क जांच का सूचना पट्ट लगाएं
आरती डोगरा ने पी.बी.एम. अस्पताल के मुख्यमंत्राी निःशुल्क जांच योजना के चैयरमैन डॉ.अमीलाल भट्ट व जिला अस्पताल के प्रभारी डॉ.पुरोहित को निर्देश दिए कि निःशुल्क जांच योजना के तहत होने वाली समस्त जांचों की जानकारी रोगियों को मिल सके इसके लिए अस्पताल के मुख्य स्थानों व प्रयोगशाला के बाहर सूचना पट्ट लगाए जाएं ।
पी.बी.एम.में हुआ मॉक ड्रील
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर 7 अप्रेल से शुरू होने वाली मुख्यमंत्राी निःशुल्क जांच योजना के प्रभावी व गुणात्मक क्रियान्वयन के लिए सोमवार को जांच का मॉक ड्रील किया गया। योजना के चैयरमैन डॉ.अमीलाल भट्ट ने बताया कि ड्रील के तहत बायो केमेस्ट्री में 368 रोगियों के रक्त का नमूना लेकर 2 हजार 744 तरह की जांच की गई। डॉ.भट्ट ने बताया कि पैथोलॉजी में 545 रोगियों ने जांच करवाई यहां सामान्यत 325 रोगी प्रतिदिन आते हैं। माइक्रोबॉयोलोजी में 162 सामान्यत 62 रोगी जांच के लिए आते हैं, इसी तरह मॉक ड्रील के दौरान 518 रोगियों ने एक्सरे करवाया। जबकि सामान्यत 350 रोगी प्रतिदिन आते हैं।इसी तरह आज 169 रोगियों की सोनोग्राफी की गई। सामान्य दिनों में 100 से 115 रोगियों की सोनोग्राफी की जाती है।
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