बीकानेर,
11 अप्रेल।
ंजैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ ट्रस्ट की वरिष्ठ साध्वी, प्रवर्तिनी चन्द्रप्रभा म.सा. ने कहा है कि ब्रह्म मुर्हूत में नियमित उठने पर उतम स्वास्थ्य, सुख, शारीरिक, पारिवारिक, आर्थिक व सामाजिक विकास होता है। देर से उठने वालों के घरों में दरिद्रता का वास होता है तथा धन व स्वास्थ्य की क्षति होती है।
साध्वीजी गुरुवार को गंगाशहर मार्ग की रेलदादाबाड़ी में मासिक महामांगलिक कार्यक्रम से पूर्व प्रवचन कर रहीं थी। उन्होंने कहा कि व्यक्ति अपने आप को हीन नहीं समझे। पुरुषार्थ, परिश्रम व प्रयत्न करने वालों को निश्चित सफलता मिलती है। वासंती नवरात्रा, नव विक्रम संवत् 2070 का दिन शुभ संकल्प लें।
तीन नवरात्रा अनुसार 27 साधुओं के गुण होते हैं। सांसारिक व्यक्ति को साधुओं के अनेक नियमों का पालन करना चाहिए । साधुचर्या का पालन करने वाला अनेक पाप व बुरे कर्मों से बच जाता है तथा उसका धार्मिक,सामाजिक व आर्थिक उन्नयन होता है।
साध्वीजी ने सबके लिए नया वर्ष मंगलकारी, शुभकारी, आत्म कल्याणकारी होने की प्रार्थना की। उन्होंने आधि, व्यििध, रोग, शोक व दोष निवारण के लिए जैनाचार्यों, आगमों द्वारा सिद्ध किए हुए मंत्रों का उच्चारण किया। साध्वी चंदन बाला ने भी प्रवचन किए। विचक्षण महिला मंडल व सुनील पारख ने भक्ति गीत पेश किए। रेल दादाबाड़ी ट्रस्ट के राजेन्द्र लूणिया, जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ के पूर्व मंत्राी गेवर चंद मुसरफ व सूरजमल आदि ने साध्वीजी से कुछ दिन और प्रवास करने की विनती की।
साध्वीजी का प्रवेश आज
जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ की साध्वी सुरंजनाश्री 5 सहवृति साध्वियों के साथ शुक्रवार को सुबह रेल दादाबाड़ी पहुंचेगी। वे विचक्षण ज्योति साध्वी चन्द्रप्रभा से मुलाकात करेंगी।
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