11 अप्रैल से नए सवंत्सर का आरंभ हो रहा है। नवरात्र भई इसी दिन से शुरू है। इसके मद्देनजर बाजार भी तैयार हैं। पूजन सामग्री की दुकानें सज गई हैं। दुकानों पर लाल चुनरिया, पंचमेवा व हवन सामग्री की बिक्री शुरु हो गई। नवरात्र गुरुवार से शुरु होने वाले हैं, लोग उससे पहले ही मां के पूजन की तैयारियों में लग गए हैं। बाजारों में नवरात्र सामग्री की रौनक दिखने लगी है। छोटे-छोटे पैकेट में आपको मां के श्रृंगार का सामान, हवन सामग्री, पूजन सामग्री आदि सभी मिल जाएगा।
नवरात्र
के दिनों व्रत रखने वालों के लिए फलाहारी आइटम भी मिल रहा है।
दुकानदार अनूप बताते हैं कि नौ-दिनों की खरीददारी जोरों पर है। लोग देवी मां की चुनरिया, अंगवस्त्र, कमलगट्टे, सुपारी, श्रृंगार व हवन सामग्री आदि खरीद रहे हैं। देवी मां की चुनरिया कई वैरायटी व साइज में उपलब्ध हैं। ज्योतिष मर्मज्ञ पं. शिवकुमार पांडेय कहते हैं कि बसंत माह में आरंभ होने के कारण इसे बसंतीय नवरात्र कहते हैं। भगवान ब्रह्मा ने इसी दिन सृष्टि की रचना की व इसी दिन से सतयुग का आरंभ भी हुआ था। इस बार नव सवंत्सर 2070 शुरु होगा। साथ नवरात्र का प्रारंभ गुरूवार अश्रि्वनी नक्षत्र में होने के कारण यह श्रेष्ठ फलदायी है। वहीं पंडित राधेश्याम शास्त्री का कहना है कि इस सवंत्सर का राजा-गुरू व मंत्री शनि रहेगा। गुरू ज्ञान का स्वामी है व शनि कर्म का। इस प्रकार इस सवंत्सर में जो कर्म व ज्ञान का बैलेंस बनाकर चलेगा वह सफल रहेगा।
No comments:
Post a Comment