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Sunday, April 28, 2013

आर.टी.ई. के तहत निःशुल्क अध्ययन कर रहे बच्चों के अभिभावकों की सभा



आर.टी.. अभिभावक संघर्ष समिति के आह्वान पर आज निजी शिक्षण संस्थाओं में गत दो वर्षों से आर.टी.. के तहत निःशुल्क अध्ययन कर रहे बच्चों के अभिभावकों की एक सभा का आयोजन महात्मा गांधी पार्क में किया गया। बैठक में निजी शिक्षण संस्थाओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए राजस्थान स्वयं सेवी संस्थान संघ के प्रदेशाध्यक्ष श्री अजय त्यागी और जिलाध्यक्ष श्री विजय सिंह शेखावत उपस्थित हुए। सभा को संबोधित करते हुए संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक नें सभी
उपस्थित जनों के समक्ष अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि गत दो वर्षों से हमारे बच्चे निजी शिक्षण संस्थाओं में आर.टी.. के तहत निःशुल्क अध्ययन प्राप्त कर रहे हैं। हमें गत दो वर्षों से विद्यालयों से कोई शिकायत नहीं है लेकिन आगामी सत्र में निजी शिक्षण संस्थाऐं इन बच्चों को निकालने अथवा आगामी सत्र से सशुल्क अध्ययन जारी रखने की बात कर रहे हैं। जबकि हमनें आर.टी.. के कारण अपनी हैसियत से ऊपर अपने बालकों को निजी विद्यालयों में प्रवेश दिलाया है और हम उन विद्यालय के शुल्क का भार वहन नहीं कर सकते। इस विषय में उन्हांेने राजस्थान स्वयं सेवी संस्थान संघ से सहयोग की मांग की। राजस्थान स्वयं सेवी संस्थान संघ के जिलाध्यक्ष श्री विजय सिंह शेखावत नें उत्तर देते हुए कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा निजी शिक्षण संस्थाओं और अभिभावकों में फूट डालने का कार्य किया जा रहा है। विभाग द्वारा बार-बार पुनर्भरण की राशि दिये जाने की बात कही जा रही है दस-दस हजार रूपये प्रति विद्यार्थी देने की बात की जा रही है लेकिन अनावश्यक विभाग अपनी स्वयं की कमियों पर पर्दा डालते हुए पुनर्भरण राशि का भुगतान नहीं कर रहा है। श्री शेखावत नें अभिभावकों के समक्ष बताया कि निजी विद्यालयों की भी अपनी समस्याएं हैं। शिक्षा विभाग द्वारा किसी भी प्रकार से निजी शिक्षण संस्थाओं का सहयोग नहीं किया जा रहा है बल्कि बिजली, पानी आदि भी व्यावसायिक दामों पर स्कूलों को दिया जाता है। पूरे वर्ष विभिन्न प्रकार की जानकारियां मांगकर, भौतिक सत्यापन के नाम पर स्कूलों का निरीक्षण करके तंग किया जाता है और दो वर्षों तक आर.टी.. के नाम पर बच्चों को निःशुल्क शिक्षण दिलवाकर अब पुनर्भरण नहीं किया जा रहा है। संघर्ष समिति के हंसराज नें संगठन के प्रदेशाध्यक्ष श्री अजय त्यागी से पूछा की उनका संगठन इसमें क्या सहयोग करेगा ? प्रत्युत्तर में राजस्थान स्वयं सेवी संस्थान संघ के प्रदेशाध्यक्ष श्री अजय त्यागी नें कहा कि निजी विद्यालयों नें कभी भी बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं किया है ना ही भविष्य में करेंगे। संगठन से जुड़े सभी निजी विद्यालयों से बात करके आपके निःशुल्क अध्ययनरत बालकों को आगे भी निःशुल्क अध्ययन जारी रखवाने के प्रयास किये जायेंगे। साथ ही श्री त्यागी नें कहा कि हम इस बात से भली भांती परिचित हैं कि आप लोगों के जो बच्चे निजी विद्यालयों में अध्ययनरत हैं आज यदि उन बालकों को दूसरे विद्यालयों में डाला जाता है तो बालकों की मानसिकता प्रभावित होगी और वे हीन भावना के शिकार हो जायेंगे। इसलिए हरसंभव प्रयास किया जायेगा कि आपके बच्चे जिन विद्यालयों में पढ रहे हैं उन्हीं विद्यालयों में अध्ययनरत रहें। श्री त्यागी नें यह भी कहा कि शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों की हठधर्मिता इस बात से स्वतः स्पष्ट हो रही है कि राजस्थान के सशक्त मीडिया द्वारा स्वयं इस अधिनियम को सार्थक बनाने के लिए बढ-चढ कर प्रयास किये और जरूरतमंद बालकों को निजी विद्यालयों में प्रवेश दिलाया जिनके साक्ष्य अखबारों में प्रकाशित हैं इसके बावजूद भी विभाग द्वारा जिलें में निःशुल्क प्रवेश को शून्य बताना गले से नहीं उतरता। इसके लिए मीडिया को भी विभाग से जवाब तलब करना चाहिए। इसके साथ ही प्रदेशाध्यक्ष श्री त्यागी नें अभिभावकों से अपील की कि निजी विद्यालयों के पुनर्भरण की लड़ाई लम्बी है जिसमें हमें आप लोगों का सहयोग चहिए साथ ही उन्होनंे उपस्थित महिलाओं का विशेष आभार व्यक्त किया कि वे अपने व्यस्तता के बाजवूद बच्चों के भविष्य के लिए एकजुट होकर घर से बाहर निकली हैं। सभी अभिभावकों नें भी इस बात पर सहमति जताई। और दोनों पक्षों के बीच तय किया गया कि बच्चों के भविष्य की खातिर राजस्थान स्वयं सेवी संस्थान संघ और आर.टी.. अभिभावक संघर्ष समिति मिल कर आन्दोलन करेंगे। जिसके लिए 1 मई के पश्चात् आगामी रणनीति का निर्धारण किया जायेगा। आर.टी.. अभिभावक संघर्ष समिति के पदाधिकारियों के चुनाव पर सभी नें निर्णय किया कि आगामी दिनांे में सभी वार्डों में सम्पर्क कर और अभिभावकों को समिति से जोड़ा जायेगा उसके पश्चात् समिति के पदाधिकारियों का चयन किया जायेगा।



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