नई दिल्ली, हिमालय हिल
उठा और पूरा देश कंपकपा गया। रविवार शाम भारत-नेपाल सीमा पर आए भूकंप के झटके
राजधानी दिल्ली सहित देश के पूरे उत्तर और पूर्व हिस्से में महसूस किए गए। पहला
झटका 6.10 बजे लगा और लोग घरों से निकल भागे, सड़कों पर आ गए।
वैसे तो कमोबेश नुकसान सब
जगह है। लेकिन सिक्किम में तबाही का आलम है तो पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से में
बेहाली है। 18 लोग की मौत हो गई है, इनमें सात लोग सिक्किम के हैं। सैकड़ों घायल
हैं। हजारों की तादाद में मकान चटक और दरक गए हैं। केंद्रीय राहत दल सिक्किम पहुंच
चुका है। जान-माल की क्षति की सही जानकारी सोमवार दोपहर बाद ही हो पाएगी।
राजधानी गंगटोक से 50
किलोमीटर दूर स्थित मंगान-सेक्योंग से उठे भूकंप ने सिक्किम को ऐसा हिलाया कि तमाम
इमारतें-घर पल भर में खाली हो गए। कहीं फिर न धरती डोल जाए, इस डर से लोग देर रात तक
सड़कों पर ही जमे रहे। सिक्किम के मुख्य सचिव कर्मा ग्यात्सो ने बताया कि सिंगथाम
में दो, पश्चिमी जिले के रिशी में दो, मंगान में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। दो
मौतें और हुई हैं, लेकिन विवरण प्राप्त नहीं हो सका है।
भूकंप के कारण भू-स्खलन
ने और भी स्थिति बिगाड़ दी है। तीन दिनों से जारी बारिश और अंधेरे के कारण राहत और
बचाव कार्य में खासी दिक्कतें आ रही हैं। सिलीगुड़ी से आगे लोहा पुल के पास
भू-स्खलन के कारण सिक्किम का संपर्क पूरे देश से कट गया है। दूर संचार के सभी
नेटवर्क तकरीबन ठप हो गए हैं। गंगटोक का पावर स्टेशन भी ध्वस्त हो जाने के कारण
पूरा राज्य अंधेरे में है। पानी की आपूर्ति भी ठप हो गई है। यहां टूरिस्ट काफी
संख्या में थे और वे खौफ में हैं। आईजी बिल्डिंग को भी नुकसान पहुंचा है। बता दें
कि कुछ साल पहले आए भूकंप में राजभवन भी क्षतिग्रस्त हो गया था। तब पूरे राज्य में
करीब चार सौ करोड़ रुपये की क्षति हुई थी। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस [आइटीबीपी] की दो
इमारतें धराशायी हो गई हैं और आफीसर्स मेंस को भी भारी नुकसान पहुंचा है। गंगटोक
स्थित आइटीबीपी कैंप में 200 लोगों ने शरण ली है। सेना की छोटी-छोटी टुकड़ियां पूरे
सिक्किम में राहत और बचाव कार्य के लिए तैनात कर दी गई हैं। साथ में मेडिकल टीमें
भी हैं।
पश्चिम बंगाल के
दार्जीलिंग जिले में तीन और जलपाईगुड़ी में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। उत्तर
बंगाल के सिलीगुड़ी के एसजेडीए, प्रधाननगर थाना के पास दीवार और शहर के सभी बड़े
शॉपिंग मॉल और होटलों में दरारें आई हैं। लोगों के घरों में रखे शीशे के शो केस और
टीवी टूट गए हैं।
शहर में करीब पचास लोग
घायल हुए हैं। जिला अस्पताल में 25 लोग और विभिन्न नर्सिग होम में 25 से 30 लोग
घायल हैं। ज्यादातर घायलों को भूकंप के झटके के बाद भागने या बिल्डिंग से कूदने
में चोटें आई हैं। व्यावसायिक केंद्र सिलीगुड़ी में हिलकार्ट रोड, विधानरोड,
वर्दमान रोड, गुरुंग बस्ती, सेवक रोड, पंजाबीपाड़ा, हाकीमपाड़ा क्षेत्रों में लोग
घरों से बाहर निकलकर सड़क पर आ गए। बिजली गुल हो गई और चारों तरफ रोने और चिल्लाने
की आवाज आ रही थी।
कालिम्पोंग के ठाकुरबाड़ी
में एक महिला की मलबे में दब जाने से मौत हो गई। यहां के 110 वर्ष पुराने नेक्स
थारलेन चर्च का ऊपरी हिस्सा धराशायी हो गया। कालिम्पोंग में नौ लोगों के घायल होने
के सूचना है।
बिहार में भूकंप के झटके
संध्या 6.13 बजे महसूस किए गए। इस दौरान कच्ची दीवार गिरने से नालंदा में एक बच्ची
की दबकर मौत हो गई। दरभंगा में भागने के दौरान गिरने से एक किशोर ने दम तोड़ दिया।
पटना, भागलपुर, सीमांचल, पूर्व बिहार व मुजफ्फरपुर सहित कई जिलों में भूकंप के
झटके महसूस किए गए।
झटकों से पटना का
राजाबजार स्थित निर्माणाधीन उर्मिला कुंज अपार्टमेंट बायीं ओर झुक गया है। जबकि
शहर के फूलवारशरीफ क्षेत्र में आधा दर्जन मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। सूबे में
बड़ी संख्या में मकानों में दरारें आ गई हैं। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में कनुआन
गांव में मकान का पिलर गिर जाने से उसके नीचे दबकर छविनाथ ठाकुर [60 वर्ष] की मौत
हो गई।
वहीं, कसया [कुशीनगर] व
देवरिया में दीवार व रेलिंग गिरने से तीन लोग घायल हो गए। फतेहपुर के हुसेनगंज
क्षेत्र के अहेवा गांव में पक्के घर की दीवार चटक गई। महानगरों में बहुमंजिली
इमारतों में रहनेवालों में दहशत थी।
लखनऊ में भूकंप के झटके
रविवार शाम छह बजकर 10 मिनट 47 सेकेंड पर शुरू हुए। एक मिनट तक रुक-रुक कर कंपन
होता रहा। जमीन, दीवार, छत और फर्नीचर हिलता देख घबराहट में लोग घरों से बाहर निकल
आए। लोगों ने तुरंत परिचितों को फोन मिला कर हालचाल लेना शुरू कर दिया।
बारहवें दिन थरथराई दिल्ली
राजधानी दिल्ली और आसपास
के इलाकों में ठीक बारहवें दिन आए भूकंप ने लोगों को कुछ ज्यादा ही आतंकित कर
दिया। दफ्तरों-घरों से लोग निकल भागे।
काफी देर तक अफरातफरी का
माहौल रहा। इससे पहले सात सितंबर को रिक्टर स्केल पर 4.2 की तीव्रता के भूकंप का
केंद्र हरियाणा का सोनीपत रहा था।
राहत व बचाव को वायु सेना
के विमान पूर्वोत्तर पहुंचे
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो
भूकंप के कारण पूर्वोत्तर
में बड़े पैमाने पर नुकसान की आशंका के मद्देनजर प्रधानमंत्री ने सिक्किम के
मुख्यमंत्री पवन चामलिंग से बात कर केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का भरोसा
दिलाया है। साथ ही प्रधानमंत्री ने कैबिनेट सचिव को आपदा प्रबंधन की आपात बैठक
बुलाने के निर्देश दिए हैं।
भूकंप की तीव्रता को
देखते हुए हरकत में आए आपदा प्रबंधन तंत्र ने एनडीआरएफ की दो टीमें राहत व बचाव
सामग्री के साथ रवाना कर दी है। वायुसेना के मुताबिक हिंडन एयर बेस से दो सी-130
जे एनडीआरएफ के दस्तों और राहत सामग्री के साथ बागडोगरा भेजे जा रहे हैं। साथ ही
आगरा से दो एएन-32 विमानों को कोलकाता रवाना किया गया है।
एक एवरो विमान को भी
संभावित जरूरत के लिए तैनात किया गया है। भू-विज्ञानियों के मुताबिक भारतीय प्लेट
और यूरेशिया प्लेट के बीच टकराव और दोनों के बीच बढ़ता तनाव ताजा झटकों की जड़ में
बताया जा रहा है।
सीमा पर बंकर ध्वस्त, दो
सैनिकों की मौत
नई दिल्ली। सिक्किम में
रविवार शाम आए जलजले से भारत-चीन सीमा पर नाथू-ला दर्रे के करीब भारतीय सेना के
कुछ बंकर भी ध्वस्त होने की खबर है। सीमावर्ती राज्य में सेना की कुछ इमारतों को
भी नुकसान पहुंचा है। दो जवानों की मौत हो गई और कुछ जख्मी हैं।
सेना सूत्रों ने देर रात
बताया कि उत्तरी सिक्किम इलाके में सेना के तीन वाहन और बस कई जवानों समेत लापता
हैं। बंकर ध्वस्त होने से जख्मी हुए सैनिकों को हेलीकॉप्टरों की मदद से समीप स्थित
सेना के अस्पताल पहुंचाया गया है। राहत और बचाव कार्यो में मदद के लिए सेना की कई
टुकड़ियां सिक्किम में तैनात कर दी गई हैं।
भूकंप
से हिला दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारतनई दिल्ली। राजधानी दिल्ली एवं उससे सटे
एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में मंगलवार को लगभग सवा चार बजे भूकंप के झटके
महसूस किए गए। दिल्ली एनसीआर में 4-5 सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किये गए। इसके
साथ ही उत्तर प्रदेश, गुजरात के अहमदाबाद व भुज में भी तेज झटके महसूस किए गए।
रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.8 मापी गई है। पाकिस्तान और ईरान में 7.5 के पास
भूकंप के झटके महसूस किए गए।
उत्तर प्रदेश के कई
इलाकों में भूंकप का असर देखा गया। पंजाब व हरियाणा में भी भूकंप के झटके महसूस
किए गए। देश में गुजरात के अहमदाबाद, सौराष्ट्र और भुज इलाकों समेत राजस्थान के भी
बड़े हिस्से में इन झटकों को महसूस किया गया। पंजाब के लुधियाना और चंडीगढ़ में भी
10-12 सेकेंड के लिए भूकंप के झटके महसूस किए गए।
पड़ोसी देश पाकिस्तान के
कराची शहर से भी भूकंप के झटके लगने की खबरें हैं। भूकंप का केंद्र पाकिस्तान और
ईरान की सीमा पर बताया जा रहा है। सीमा पर भूकंप की तीव्रता 7.6 मापी गई है। जमीन
के 15 किलोमीटर नीचे भूकंप का केंद्र था। बताया जा रहा है कि इस भूकंप की वजह से
पाकिस्तान में मोबाइल सेवा पर भी असर पड़ा था जो करीब 20 मिनट बाद ठीक कर लिया गया।
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