बीकानेर, 26 अप्रेल। जिला कलक्टर आरती डोगरा ने कहा है कि शहर में आवारा, असहाय पशुओं की समस्या के निदान के लिए गौ सेवा में लगे समाज सेवी, दानदाता और विभिन्न गौशालाओं के संचालक तथा चारागाह विकास में लगे लोग आगे आए। आवारा व असहाय पशुओं को रखने तथा उनके लिए सेवण घास आदि चारा उत्पादन करने में शासन-प्रशासन पूर्ण सहयोग करेगा। डोगरा शुक्रवार को आवारा व असहाय पशुओं की समस्या के समाधान के लिए जिला कलक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में बोल रहीं थी। बैठक में विभिन्न गौशालाओं के पदाधिकारियों व गौभक्तों तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। जिला कलक्टर ने कहा कि वन विभाग, कृषि विभाग पशुओं को पोष्टिक सेवण घास के आहार को सुलभ करवाने के लिए पशु पालकों व गौशाला संचालकों को प्रेरित तथा प्रोत्साहित कर रहा है। चारागाह भूमि में सेवण घास को विकसित करने के कार्य को महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार योजना से जोड़ने के लिए भी प्रस्ताव बनाकर कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आवारा पशुओं की पहचान के लिए टैगिंग की जाए तथा उसके मालिक का पता लगाकर उसके संरक्षण के लिए कार्य किया जाए।
नगरीय क्षेत्रा में आवारा पशुओं से मुक्त व पुनर्वास के लिए निराश्रित तथा आवारा पशुओं की श्रेणीवार गिनती करवाकर उसको कार्य योजना बनाकर कार्य किया जाए। डोगरा ने कहा कि गौ सेवा में लगे व्यक्तिगत एवं संस्थागत लोगों के बीच प्रशासनिक अधिकारी समन्वय स्थापित कर जिम्मेवारी से कार्य करें। गोचर में गौ पालकों के लिए गर्मी के मौसम में छाया व जल की व्यवस्था की जाए। गोचर भूमि में जहां सेवण घास विकसित है उसकी बाड़ व तारबंदी से सुरक्षा की जाए। गोचर भूमि में सेवण घास के विकास के लिए कृषि, पशुपालन व वन विभाग का सहयोग लिया जाए। बैठक में अतिरिक्त कलक्टर (नगर) हजारी लाल और नगर निगम आयुक्त श्रीमती प्रियंका गोस्वामी, श्री गंगाशहर नागरिक सेवा समिति, गंगाशहर, गौ ग्राम स्वावलम्बन संस्थान, गो भारती सेवा प्रन्यास, गंगा जुबली पिंजराप्रोल , मुरली मनोहर गौशाला,राजस्थान गौ सेवा संघ, गौ अभ्यारण्य संयुक्त समिति, श्री अग्रसेन जीव जन्तु कल्याण समिति, श्री गौसंवर्द्धन समिति के सदस्यों की ओर से संचालित गौशालाओं में पशुओं की संख्या, सेवणघास के विकास की स्थिति व आवारा पशुओं को संरक्षण देने के बारे में समीक्षा की। अतिरिक्त कलक्टर (नगर) ने कहा कि गौशालाएं आवारा व असहाय पशुओं के पालन पोषण व संरक्षण में सक्रिय भागीदारी निभाएं तथा सेवा भावना से कार्य करें। नगर निगम आयुक्त श्रीमती गोस्वामी ने निगम की ओर से सहयोग करने का आश्वासन दिया। हर जगह नहीं डाला जाए पशु चारा जिला कलक्टर आरती डोगरा ने कहा कि प्राय देखा जाता है कि पशु प्रेमी व पशु पालक पशुओं को आहार उपलब्ध करवाने के लिए मनमाने ढंग से पशु चारा सार्वजनिक स्थानों पर डाल देते है जिससे दुर्घटनाएं होती है तथा अस्वच्छता होती है। उन्होंने पशु पालकों व आमजन से अपील की कि पशु चारा नियत स्थान पर ही डाला जाए, पशुओं को बाड़े में रखा जाए, उन्हें खुले में नहीं छोड़ा जाए तथा असहाय पशुओं को गौशाला में भिजवावें । इसके लिए सभी को सकारात्मक सोच के साथ कार्य करना होगा। सभी लोगों के सक्रिय सहयोग से ही नगर में आवारा पशुओं की समस्या का समाधान संभव हो सकेगा। ------ बीकानेर 26
अप्रेल। जिला परिषद के सभागार में छठवीं आर्थिक गणना
2012 का दो दिवसीय प्रशिक्षण-कार्यशाला शुक्रवार को भ जिला प्रभारी छठी आर्थिक गणना व सहायक निदेशक हरलाल सिहं डोटासरा अध्यक्षतामें शुरू हुई। कार्यशाला में ं जिले के सभी चार्ज अधिकारी कार्यालयों के मास्टर ट्रेनर्स ने हिस्सा लिया। जिला सांख्यिकी अधिकारी जी के माथुर ने बताया कि छठी आर्थिक गणना का क्षेत्रा कार्य दिनांक 16.05.2016 से
15.06.2013 के मध्य सम्पन्न किया जायेगा। आर्थिक गणना के अन्तर्गत कृषि तथा गैर कृषि क्रियाकलापों (कृषि क्षेत्रा के फसल उत्पादन व वानिकी को छोड कर) जिले की सीमाओं में स्थित समस्त उद्यम मों/इकाइयों की सम्पूर्ण गणना की जानी है। श्री माथुर ने बताया कि सर्वेक्षण तीन प्रकार के प्रपत्रों , प्रपत्रा 6ए, 6बी, व 6 सी के अन्तर्गत सूचनाओं का संकलन सांख्यिकी संग्रहण अधिनियम
2008 के अंतर्गत किया जायेगा। सहासाख्यिकी अधिकारी वी एस मलिक ने निर्धारित प्रपत्रा को भरने के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी प्रदान की एवं आर्थिकगणना के प्रयुक्त अवधारणाए ं भवन,परिवार ,उद्यम निश्चित ढाचे वाले बिना निश्चित परिसर वाले एवं आवास के भीतर संचालित के सम्बन्ध में विस्तार से बताया गया। संक्षिप्त मकान सूची की सहायता से नजरी नक्शे को अद्यतन करने के सम्बन्ध में भी जानकारी दी।
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