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Wednesday, June 12, 2013

परिवहन विभाग में फैले भ्रष्टाचार का भंडाफोड़

बीकानेर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बीकानेर के परिवहन विभाग में फैले भ्रष्टाचार का मंगलवार को अवकाश के दिन भंडाफोड़ करते हुए पांच निरीक्षकों व तीन दलालों को गिरफ्तार कर लिया। दलालों से 75 हजार की रिश्वत राशि जब्त की गई। इन्हें बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा। हालांकि रिश्वत के दायरे में आठ निरीक्षक हैं लेकिन पकड़ में पांच ही आए। ट्रेप की कार्रवाई के बाद भीलवाड़ा, डूंगरपुर, चित्तौड़, प्रतापगढ, राजसमंद, अजमेर, उदयपुर व अन्य जिलों से बीकानेर आई एसीबी टीमों ने कुल 6 जगह मकानों की तलाशी शुरू की। एक निरीक्षक फरार हो गया लेकिन ब्यूरो ने उसके मकान की छानबीन की।

कार्रवाई का नेतृत्व कर रहे भीलवाड़ा एसीबी के अपर पुलिस अधीक्षक भीमसिंह बीका ने बताया कि बीकानेर के ट्रांसपोर्टर मनोहरसिंह ने ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अजीतसिंह से शिकायत की थी कि वह एआरजी ट्रांसपोर्ट कंपनी चलाता है।
कारोबार बिना बाधा चलने देने के लिए वह परिवहन विभाग के निरीक्षक निशांत गुप्ता, टीपी सिंह, अजय पुरोहित, करणीसिंह, अशोक शर्मा, रणवीरसिंह, सुरेन्द्रसिंह बेनीवाल व दिनेश बोहरा को हर माह दलालों के जरिए सात लाख रूपए देता है। इसके बावजूद ये अधिकारी आए दिन परेशान करते हैं। काम बाधित करते हैं। इस शिकायत के बाद एडीजी ने एएसपी भीलवाड़ा बीका को इस रैकेट का भंडाफोड के आदेश दिए।

दस मई से हलचल शुरू
बीका ने बताया कि चूरू कार्यालय के अशोक श्रीमाली व राजेन्द्र गोदारा और अन्य जिलों के स्टाफ को लेकर वह दस मई को बीकानेर आ गए। दलालों के निरीक्षकों के साथ कनेक्शन का पता किया। कुछ मामलों में रिश्वत की मांग रिकार्ड करा कर दिलाई। कुछ में डिमांड के बावजूद रिश्वत राशि रोक कर मंगलवार का दिन तय किया। कार्रवाई टीम सोमवार रात ही बीकानेर पहुंच गई। एएसपी बीका व अन्य स्टाफ ने परिवादी मनोहरसिंह के घर डेरा जमाया। मंगलवार को तय कार्यüक्रम के अनुसार दलाल राकेश, दीवानसिंह व अनिल को परिवादी से रिश्वत लेते दबोच लिया गया। हालांकि दलालों की संख्या आठ बताई गई है लेकिन मुंगलवार को तीन पकड़े गए जबकि शेष्ा पूर्व की डिमांड टेपिंग में आ चुके हैं।

सरकारी गाड़ी पर आया
जानकारी के अनुसार दलाल अनिल रिश्वत लेने के लिए सरकारी गाड़ी पर आया। इसकी अलग से छानबीन की जा रही है।

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