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Friday, June 28, 2013

शोषित व कमजोर वर्ग को न्यायिक व्यवस्था के द्वारा समय पर राहत मिले : राय

बीकानेर,28 जून। राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति और राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण  के मुख्य संरक्षक श्री अमिताभ राय ने कहा है कि न्यायिक अधिकारी, अभिभाषकगण आमजन अपने अधिकारों और कर्त्तव्यों का सही रूप से निर्वहन करें तभी एक विवादमुक्त समाज का निर्माण हो सकेगा। न्याय पालिका,विधायिका और कार्यपालिका इन तीनों संस्थाओं का एक ही लक्ष्य है कि समाज के हर वर्ग को परिपूर्ण न्याय मिले।

            मुख्य न्यायाधीश श्री राय शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर नव स्थापित होने वाले वैकल्पिक विवाद निस्तारण केन्द्र भवन के शिलान्यास समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यह शिलान्यास एक पुण्य यात्रा की शुरूआत है,जिसमें सभी की भागीदारी से ही न्याय दिलाने का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकेगा।  समाज के, इसके लिए सभी को मिलजुलकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि मुकद्दमों की बढ़ती संख्या से निपटने में हो रही देरी के मद्देनजर वैकल्पिक विवाद निस्तारण केन्द्र सार्थक सिद्ध होंगे।  वैकल्पिक विवाद निस्तारण का मूल आधार आपसी समझाइश पर निर्भर है। दोनों पक्षों के बीच समझौता करवाने में अभिभाषकगणों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि इस केन्द्र की सार्थकता इसी में है कि कानूनी अधिकारों के प्रति लोग जागरूक बनें। अगर ऐसा नहीं हो पाता है तो यह केन्द्र मात्रा भवन ही बनकर रह जायेगा। जो लोग विभिन्न कारणों से कानूनी सहायता नहीं ले पाते हैं उन्हें इसकी जानकारी देकर  न्याय दिलाया जाए।

            मुख्य न्यायाधीश श्री राय ने कहा कि भारत एक लोककल्याणकारी देश है। यहां पर आमजन की भलाई और विकास के लिए नए-नए जनकल्याणकारी कानून बनाए जा रहे हैं।  उन्होंने कहा कि समाज सुधार समाज सेवा की भावना से न्याय प्राप्ति की दिशा में अधिक अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि बीकानेर के न्यायिक अधिकारियों अभिभाषकों के समन्वित प्रयासों से ही यहां  लंबित मुकदमों का राज्य में सर्वाधिक निपटारा संभव हो सका है।
            समारोह की अध्यक्षता करते हुए राजस्थान उच्च न्यायालय के प्रशासनिक  न्यायाधिपति श्री नरेन्द्र कुमार जैन ने कहा कि वैकल्पिक विवाद निस्तारण केन्द्र के द्वारा जनता को सस्ता,सुलभ शीघ्र न्याय प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि किसी निर्धन को इस वज़ह से विधिक अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकता कि वह निर्धन है। जैन ने बताया कि  विधिक साक्षरता शिविरों के माध्यम से ग्रामीण शहरी क्षेत्रा के लोगों को कानूनी अधिकारों की जानकारी दी जा रही है। अब तक ऐसे 86 हजार 498 शिविर राज्य में आयोजित किए जा चुके हैं तथा मार्च 2013 तक 72 हजार 500 लोगों को कानूनी सहायता दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि देश में 3 करोड़ राज्य में 15 लाख मुकद्दमे विभिन्न न्यायालयों में लम्बित हैं। अनेक आमजन न्याय प्रक्रिया में देरी मुकद्दमे की फीस की वजह से न्यायालय में नहीं पहुंच पा रहे हैं। इस समस्या के समाधान के लिए प्रत्येक जिला मुख्यालय पर वैकल्पिक विवाद निस्तारण केन्द्र का निर्माण करवाया जा रहा है। राजस्थान देश का पहला राज्य है,जहां एडीआर के 10 भवन तैयार हो गए हैं। उन्होंने अभिभाषकों का आव्हान किया कि वे जुलाई में आयोजित होने वाली मेगा लोक अदालतों में अधिकाधिक मुकद्दमों के निस्तारण मेें सहयोग करें।
            समारोह के विशिष्ट अतिथि राजस्थान उच्च न्यायालय न्यायाधिपति निरीक्षण न्यायाधिपति,बीकानेर न्याय क्षेत्रा महेश चन्द्र शर्मा ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि जितनी मजबूत बीकानेर की नींव है,उतनी ही मजबूत इस भवन की नींव भी होगी। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों में न्यायिक कार्याें में बीकानेर अग्रणी है। यहां के अधिवक्तागण सहयोगी प्रवृति के हैं। उन्होंने कहा कि इन केन्द्रों के द्वारा आमजन को न्यायिक क्षेत्रा में आशातीत लाभ प्राप्त होगा।
            इस अवसर पर जिला एवं सेशन न्यायाधीश हरि कुमार गोदारा ने स्वागत भाषण देते हुए समारोह के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वैकल्पिक विवाद निस्तारण केन्द्र में आमजन एवं अभिभाषकों को सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।  बार एसोसियेशन के अध्यक्ष किशोर सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मंच पर अतिथि के रूप में स्पीकर  आर.के.दास गुप्ता,एडवोकेट कुलदीप शर्मा भी उपस्थित थे।
            समारोह में कोलायत विधायक देवी ंिसंह भाटी,बीकानेर पश्चिम विधायक गोपाल जोशी,प्रधान भोम राज आर्य,नगर विकास न्यास के अध्यक्ष मकसूद अहमद,उप निवेशन आयुक्त एम.एल.खींची,अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन के.एम.दूड़िया,यूआईटी सचिव अरूण प्रकाश शर्मा,आरएएस राजेन्द्र मिश्रा, न्यायिक अधिकारी अभिभाषकगण उपस्थित थे।
            इससे पहले मुख्य न्यायाधीश श्री राय ने दीप प्रज्जवलित कर समारोह का विधिवत शुभारंभ किया। कार्यक्रम का आरंभ  सरस्वती वंदना से हुआ। अतिथियों का माल्यार्पण,साफा   प्रतीक चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया गया। संचालन रेखा चौधरी ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।
            एडीआर केन्द्र का शिलान्यास- राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति अमिताभ राय ने नए न्यायिक परिसर के पास शुक्रवार को एडीआर केन्द्र का भूमि  पूजन कर मंत्रोच्चार के साथ आधार शिला रखी और शिलान्यास पट्टिका का अनावरण किया।
            श्री राय ने यहां वृक्षारोपण भी किया। इस अवसर पर  राजस्थान उच्च न्यायालय के प्रशासनिक  न्यायाधिपति श्री नरेन्द्र कुमार जैन,राजस्थान उच्च न्यायालय न्यायाधिपति निरीक्षण न्यायाधिपति बीकानेर न्याय क्षेत्रा महेश चन्द्र शर्मा, जिला एवं सेशन न्यायाधीश हरि कुमार गोदारा,बार एसोसियेशन के अध्यक्ष किशोर सिंह,स्पीकर आर.के.दास गुप्ता अन्य न्यायिक अधिकारीगण अभिवक्तागण उपस्थित थे।
            स्वागत से अभिभूत हूॅंमुख्य न्यायाधिपति अमिताभ राय ने बीकानेर में अपने स्वागत के लिए आमजन का आभार व्यक्त करते हुए कहा किमैं यहां आकर स्वयं को सम्मानित महसूस कर रहा हॅूं। उनके सम्मान में गाये गए लोक गीतकेसरिया बालम,आवो नी पधारो म्हारे देसके प्रत्युत्तर में उन्होंने कहा किघणों प्यारो लागे म्हारो देस उन्होंने कहा कि वे इस प्रदेश मेें जहां भी गए उनका प्रेम सम्मान के साथ स्वागत किया गया। श्री राय ने कहा किहम यहां की संस्कृति से बंध गए हैं और हम आपके हैं और आपके ही रहेंगे
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