दवाईयां बाजार से तो नहीं खरीदनी पड़तीं?
बीकानेर, 15 जून। ‘आपको दवाईयां बाजार से तो नहीं खरीदनी पड़तीं?.......डॉक्टर साहब समय पर आते हैं क्या?.......राशन की दुकान कब से कब तक खुलती है?.......ऐसा तो कोई नहीं है जिसका बीपीएल आवास बन गया और किश्तें अभी तक जारी नहीं हुई?....बेटी के जन्म पर इक्कीस सौ रूपये का चैक मिला क्या?’
छत्तरगढ़ की ग्राम पंचायत महादेववाली के आईटी संेटर में शुक्रवार को आयोजित चौपाल में जिला कलक्टर आरती डोगरा ग्रामीणों से रू-ब-रू हुईं और ऐसे कईं सवालों के जवाब ग्रामीणों से जाने। उन्होंने विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की तथा कहा कि सरकार की कल्याणकारी योजनाआंे और कार्यक्रमों का लाभ प्रत्येक पात्रा व्यक्ति को मिले, इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रा के अधिकारियों को पूरी मुस्तैदी से कार्य करना होगा। उन्होंने गत 6 माह के दौरान हुए नामांतरणकरण तथा राजस्व विभाग से संबंधित अन्य कार्यों की जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने कहा कि इंदिरा आवास की तर्ज पर राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्राी बीपीएल आवास योजना शुरू की गई है। इसके पीछे सरकार की मंशा है कि 2014 तक प्रदेश का कोई भी व्यक्ति बेघर नहीं रहे। उन्होंने ग्राम पंचायत में इंदिरा आवास एवं सीएम बीपीएल आवास के तहत लाभांवितों की जानकारी प्राप्त की तथा ग्रामीणों से पूछा कि इसकी किश्तें समय पर उनके खातों में आ रही हैं या नहीं?
डोगरा ने महानरेगा के तहत चालू कार्यों, भुगतान की स्थिति एवं उपभोक्ता सप्ताह के दौरान राशन सामग्री के वितरण के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इसके तहत प्रसव पर व्यय होने वाली सम्पूर्ण राशि राज्य सरकार द्वारा वहन की जा रही है। सरकारी संस्थानों में प्रसव के पश्चात् ग्रामीण क्षेत्रों में प्रोत्साहन स्वरूप 14 सौ रूपये की राशि दी जाती है तथा सरकार ने गत 1 अप्रैल से शुभ लक्ष्मी योजना की शुरूआत की है। इस योजना के तहत लड़की के जन्म पर इक्कीस सौ रूपये का चैक अतिरिक्त दिया जाता है तथा समय पर सभी टीके लगवाने के बाद भी इतनी ही राशि और देने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। उन्होंने मुख्यमंत्राी निःशुल्क दवा योजना के बारे में ग्रामीणों को बताते हुए पूछा कि उन्हें दवाईयां बाजार से तो खरीदनी नहीं पड़ती हैं।
जिला कलक्टर ने ग्रामीणों की विभिन्न शिकायतों को भी सुना तथा इनके त्वरित निस्तारण के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। ग्रामीण क्षेत्रों में ढीले विद्युत के तारों को कसवाने अथवा आवश्यकता के अनुसार पोल लगवाकर उन्हें ठीक करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में ढीले तारों के कारण किसी को कोई परेशानी न हो। आगामी दस दिनों में यह कार्य पूर्ण करने के निर्देश उन्होंने दिए। इसी प्रकार पेयजल आपूर्ति की सुचारू व्यवस्था के लिए भी निर्देशित किया। प्रशासन गांवों के संग और पेंशन महाभियान के तहत लाभांवितों तथा आंगनबाड़ी केन्द्र, स्कूल एवं स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उपखण्ड अधिकारी ए एच गौरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ देवेन्द्र चौधरी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण
जिला कलक्टर ने इससे पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, छत्तरगढ़ का निरीक्षण किया। उन्होंने जनाना वार्ड, मदार्ना वार्ड, ऑपरेशन थिएटर, प्रसूति कक्ष की व्यवस्थाओं को देखा। मुख्यमंत्राी निःशुल्क दवा योजना काउंटर के निरीक्षण के दौरान दवाओं की उपलब्धता की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने प्रसूताओं से दवाओं, भोजन तथा आवागमन के साधन के बारे में पूछा। उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी को निर्देश दिए कि मरीजों अथवा उनके परिजनों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसका ध्यान रखा जाए।
-----
No comments:
Post a Comment