कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद पहली बार
महानगर संवाददाता जयपुर, 5 जून। दिल्ली-मुम्बई की तर्ज पर जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में तैनात पुलिसकर्मियों को प्रमोशन देने की तैयारी की जा रही है। सब कुछ ठीकठाक रहा तो अगले माह तक करीब पचास कांस्टेबलों को हैड कांस्टेबल बना दिया जाएगा।
इसको लेकर जांच टीम ने पिछले तीन साल के काम का लेखा जोखा इकठ्ठा करना शुरू कर दिया है। कमेटी के अध्यक्ष खुद पुलिस आयुक्त हंै।काम के आधार पर मिल रहे इस प्रमोशन से पुलिसकर्मी खासे उत्साहित हैं। सूत्रों के अनुसार देश में जहां पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू है वहां पर तैनात पुलिसकर्मियों को राज्य पुलिस से अलग ही काम दिया जाता है।साथ ही इनको प्रमोशन भी काम के आधार पर दिया जाता है इनमें सबसे ज्यादा प्रमोशन कांस्टेबलों को दिया जाता है।
बड़े शहरों में जब से यह प्रणाली लागू हुई है तब से ही प्रमोशन मिल रहा है। लेकिन जयपुर में तीन साल बाद यह प्रमोशन देने की तैयारी की जा रही है। कमिश्नरेट कार्यालय ने पिछले दिनों गृह विभाग के पास प्रस्ताव बनाकर भेजा जिसे एक सप्ताह पहले मंजूर कर लिया गया। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद कमिश्नरेट में तैनात पुलिसकर्मियों को प्रमोशन देने की कवायद की जा रही है। निर्णय को अमलीजामा पहनाने के लिए पुलिस आयुक्त ने सात पुलिस अफसरों की टीम बनाई जिसके मुखिया वे खुद हंै। यह टीम प्रत्येक पुलिस कांस्टेबल के रिकॉर्ड की जांच कर रही है कि किसने पिछले तीन साल में कितने चोर पकड़े, कितनी वारदातें खोली, रात्रि गश्त के दौरान किसकीबीट में कम वारदातें हुईं और किसने सबसे ज्यादा काम किया। इसमें पुलिस कन्ट्रोल रूम यानि नॉन फील्ड में तैनात पुलिसकर्मियों को भी शामिल किया जा रहा है। इसके अलावा सलेक्शन टीम के सदस्य बीट में जाकर स्थानीय लोगों से जानकारी जुटाएंगे कि उनकी बीट का कांस्टेबल अपनी बीट में जाता भी है या नहीं। ये सारा रिकॉर्ड पूरा बन जाने के बाद पदोन्नति को अंतिम रूप दिया जाएगा। उसके बाद पचास कांस्टेबलों को हैड कांस्टेबल बनाया जाएगा।पचास कांस्टेबलों को हैड कांस्टेबल बनाया जा रहा है इसको लेकर कमेटी का गठन कर दिया है अगले माह तक प्रमोशन देने की तैयारी है। जिनका रिकॉर्ड सबसे बेस्ट रहेगा सबसे पहले उन्हें ही पदोन्नत किया जाएगा। -बीजू जार्ज जोसफ, पुलिस आयुक्त, जयपुर
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