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Wednesday, June 12, 2013

विद्युत दरें बढ़ाकर इस सरकार ने जनता को छला : राजे

नोखा-श्रीडूंगरगढ। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने मंगलवार को सुराज संकल्प यात्रा के तहत बीकानेर संभाग में आयोजित तीन सभाओं में कांग्रेस सरकार को जनविरोधी बताते हुए बढ़ाई बिजली दरों के लिए जमकर कोसा। राजे ने कहा कि साढ़े चार साल के कार्यकाल में तीन बार घरेलू समेत पांच बार बिजली की दरें बढ़ाकर कांग्रेस सरकार ने महंगाई की मार से कराह रही जनता को करंट लगाया है। 

विद्युत दरें बढ़ाकर इस सरकार ने जनता को छला है। बिजली दरों में चौदह फीसदी राशि बढ़ा दी। जनता बिजली की कमी से भी जूझ रही है। किसानों व उद्योगों को बिजली नहीं मिल रही है। राजे सुराज संकल्प यात्रा के पांचवें चरण के पहले दिन मंगलवार को बीकानेर के नोखा व श्रीडूंगरगढ़ और चूरू जिले के सुजानगढ़ कस्बे में आयोजित जनसभाओं को संबोधित कर रही थी। राजे ने गहलोत सरकार को जनविरोधी और हर क्षेत्र में विफल बताते हुए इसे उखाड़ फैंकने का आह्वान करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में जनता कांग्रेस को करंट का झटका देकर अपना हिसाब चुकता करेगी। गहलोत सरकार ढोल पीट रही है कि हमने किसानों के बिजली के दाम नहीं बढ़ाए। जबकि सच तो यह है कि किसानों को बिजली नहीं मिल रही है।


किसानों की मीटर चैकिंग में भाजपा राज में बढ़े हुए हॉस पावर पर 630 रूपए प्रति एचपी अतिरिक्त लिए जाते थे, लेकिन कांग्रेस शासन में सात हजार रूपए प्रति एचपी के हिसाब से वसूल किए जा रहे हैं। राजे ने कहा कि मीटर चैकिंग के सभी मामलों की उनकी सरकार जांच करवा एगी और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अधिक वसूली राशि किसानों को लौटाई जाएगी। जनसभाओं में हजारों लोग शामिल हुए, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थी। 


बीकानेर संभाग में राजे ने सुराज संकल्प यात्रा का आगाज मंगलवार को मुकाम में गुरू जम्भेश्वर की समाधि पर धोक लगाकर नोखा से किया। बाबा छोटूनाथ स्कूल मैदान में आयोजित जनसभा में राजे ने कहा कि जो सरकार जनता को पानी-बिजली व अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करा सकती, उस सरकार को गद्दी पर रहने का कोई हक नहीं है। 
चुनाव से पहले गहलोत सरकार जनता को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से रेवडियां बांटकर गुमराह करने में लगी है, लेकिन जनता इनके झांसे में नहीं आएगी। प्रदेश की जनता पेयजल संकट से जूझ रही है, लेकिन सरकार केवल योजनाएं बनाने में लगी है। युवाओं को रोजगार देने में भी सरकार विफल रही है। जनसभा में बीकानेर सांसद अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि राज्य की जनता कांग्रेस के कुशासन से मुक्त होना चाहती है। उन्होंने भाजपा की वसुंधरा राजे को एकमात्र विकल्प बताते हुए आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को ऎतिहासिक विजय दिलाने का आह्वान किया। 

संभाग प्रभारी कालीचरण सराफ ने कहा कि राज्य की जनता ने पुन: वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री के रूप में देखने का मानस बना लिया है। 

पूर्व सांसद सुभाष महरिया ने कांग्रेस शासन को कुशासन बताते हुए कहा कि गहलोत के कार्यकाल में भ्रष्टाचार व महंगाई बढ़ी है। 

प्रदेश कार्य समिति सदस्य बिहारीलाल विश्नोई ने कहा कि गहलोत सरकार नोखा तहसील के लिए 440 करोड़ रूपए की जिस नहरी पेयजल योजना के नाम पर वाहवाही लूट रही है, यह योजना वसुंधरा राजे के मुख्यमंत्री काल में बनी। उस समय इसकी लागत 340 करोड़ रूपए थी। अगर योजना समय पर लागू होती तो क्षेत्र की जनता को पानी की समस्या से निजात मिल जाती। विश्नोई ने नोखा क्षेत्र की अन्य समस्याओं के बारे में खुलकर वसुंधरा राजे को अवगत कराया। 
दिग्गज नेता रहे दूर, कर्मचारी नेता सक्रिय
जयपुर, 12 जून। बीकानेर संभाग के शुरुआती पड़ावों में ही सुराज संकल्प यात्रा में वरिष्ठ नेता एवं कोलायत विधायक देवीसिंह भाटी सहित बीकानेर की स्थानीय विधायक सिद्धि कुमारी का उपस्थित नहीं होना राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय रहा। यात्रा में शामिल होने को लेकर लगाई जा रही अटकलों को विराम देते हुए गत दिनों स्वयं देवीसिंह भाटी ने जनसंपर्क कर इसे सफल बनाने में सक्रियता दिखाई थी। इससे आपसी फूट से जूझ रहे बीकानेर भाजपा संगठन में उत्साह का संचार हुआ था। लेकिन बीकानेर संभाग के नोखा श्रीडूंगरगढ़ में भाटी के साथ ही इन इलाकों के कई जनप्रतिनिधि भी सभाओं में शामिल नहीं हुए। यही नहीं बीकानेर पूर्व की विधायक सिद्धि कुमारी भी यात्रा के दौरान कहीं नजर नहीं आर्इं। बीकानेर पश्चिम के विधायक गोपाल जोशी के उपस्थित होने और पूर्व सीट की विधायक की अनुपस्थिति की भी लोगों में खासी चर्चा रही। भाजपाईयों की मानें तो देवीसिंह भाटी सिद्धि कुमारी अपने-अपने क्षेत्र में यात्रा के आगामी कार्यक्रमों की तैयारियों और जनसंपर्क में व्यस्तता के कारण इन सभाओं में नहीं आए लेकिन फिलहाल दोनों के ही क्षेत्रों में यात्रा में कई दिन शेष हैं। हालांकि बीकानेर संभाग की प्रथम दिन की तीनों सभाओं में अच्छी भीड़ एकत्रित हुई लेकिन बाहरी नेताओं की भीड़ के बीच स्थानीय नेताओं के नदारद होने से भाजपाईयों की आंतरिक कलह की परतें खुल गईं। कर्मचारी नेताओं ने दिखाया उत्साह: वसुंधरा राजे की सभा में भले ही बीकानेर के कद्दावर नेताओं एवं विधायकों ने बेरुखी दिखाई लेकिन यहां कर्मचारी नेताओं ने राजे से मिलने और उनके स्वागत में जबरदस्त उत्साह दिखाया। राजे के स्वागत के लिए विभिन्न कर्मचारी संगठनों के अध्यक्ष अन्य पदाधिकारी अपने निजी वाहनों से बीकानेर से पचपन किलोमीटर दूर नोखा और करीब साठ किलोमीटर दूर श्रीडूंगरगढ़ पहुंचे।
 राज के लिए राजे ने किए वादे
अगर भाजपा की सरकार आई तो शिक्षक भर्ती के लिए टेट की अनिवार्यता खत्म होगी। बिजली के कनेक्शन के लिए वीसीआर के तौर पर वसूली जाने वाली मोटी राशि नहीं ली जाएगी। जो ली गई है वह राशि वापस लौटाएंगे। किसानों को पूरी बिजली तो मिलेगी ही, स्कूलों में टीचर, हॉस्पिटल में डाक्टर, पीने का साफ पानी, \'छी सड़कें और परिवहन के पूरे साधन सभी कुछ मिलेंगे।
जनता से ये वायदे किए हैं भाजपा की प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने। बीकानेर के नोखा और श्रीडूंगरगढ़ में हुई जनसभाओं में राजे ने कांग्रेस सरकार को आड़े लेते हुए कहा - बिजली पूरी मिलती है? जवाब आया- नहीं। पानी, सड़क, बिजली कनेक्शन के लिए वीसीआर, सहकारिता के ब्याज मुक्त ऋण, स्कूल में टीचर, हॉस्पिटल में डाक्टर आदि से जुड़े सवाल किए। हर बार जवाब में- ना मिला। अपने कार्यकाल में किए काम गिनाए। कहा, सब व्यवस्था सुधार के कगार पर चुकी थी। इस सरकार ने प्रदेश का बेड़ा गर्क कर दिया। अब हिसाब चुकाने के लिए तैयार हो या नहीं? जवाब में पांडाल में हर ओर से हाथ उठे। टिप्पणी की- हाथ ऐसे नहीं, ये तो खूनी हाथ की तरह दिखता है। जो महिलाओं की आबरू नहीं बचा सकता। किसानों की जेब काटता है। अब इस हाथ से मुट्ठी तानकर जवाब देना होगा। नारों के साथ मुट्ठियां पांडाल में लहराने लगी।
लोगों की दुखती रग पर हाथ रखने और मुट्ठियां लहराकर अपने लिए समर्थन मांगने के बीच वसुंधरा कई स्थानीय मुद्दों को भी छूती जाती। मसलन, श्रीडूंगरगढ़ में सवाल उठाया, मेरे कार्यकाल में मूंगफली की फसल के समय बिजली मांगने आते थे। उपलब्ध करवाती थी। अब कोई करवाता है? जनता से मिलते जवाब के बीच ही चने की स्टॉक सीमा लागू कर किसानों को पहुंचाए जा रहे नुकसान की आवाज उठी। इस पर बोली, सिर्फ चना ही नहीं क्या-क्या खेल हो रहा है किसानों के नाम पर। ट्रांसफार्मर समय पर ठीक होता है? कितनी रिश्वत देनी पड़ती है, आदि-आदि।


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