बीकानेर,
13 जून। जिला कलक्टर आरती डोगरा ने कहा कि अतिवृष्टि की संभावित स्थिति से निपटने के लिए समय रहते सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जाएं। बाढ़ राहत से जुड़े विभाग उपलब्ध संसाधनों को तैयार रखें तथा आवश्यक अतिरिक्त संसाधनों की सूची आगामी तीन दिनों में उपलब्ध करवाएं। कार्ययोजना के अभाव में आमजन को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
जिला कलक्टर गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में बाढ़ राहत से जुड़े अधिकारियों को निर्देशित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि सभी विभाग उपलब्ध संसाधनों को जांच लें तथा उन्हें तैयार रखें। पिछले वर्षों के आधार पर अधिक बरसात और पानी जमाव वाले स्थानों का चिन्ह्किरण तथा बाढ़ की संभावित स्थिति में बचाव कार्यों की रूपरेखा तैयार कर लें। उन्होंने बाढ़ राहत के लिए उपखण्ड वार आवश्यक संसाधनों की सूची तीन दिनों में उपलब्ध करवाने तथा वैकल्पिक भवनों को चिन्ह्ति करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सभी उपखण्ड अधिकारी, नगर निगम, नगर विकास न्यास के अलावा जलदाय, इरिगेशन, आईजीएनपी, पीडब्ल्यूडी तथा विद्युत निगम नियंत्राण कक्ष शीघ्र शुरू कर दें तथा इनमें संबंधित अधिकारियों की अद्यतन दूरभाष सूची रखें। नियंत्राण कक्ष में कार्यरत कर्मचारी प्रत्येक फोन रिसीव करें तथा किसी भी अनहोनी की सूचना तत्काल जिला स्तर के नियंत्राण कक्ष को दें।
गोताखोरों और जेसीबी की सूची करनी होगी तैयार
डोगरा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में निजी जेसीबी और क्रेन मालिकों तथा गोताखोरों की सूची मय मोबाइल नंबर तैयार कर ली जाए। तेज बरसात के कारण सड़कों पर टूटकर गिरे पेड़ और झाड़ियों को पीडब्ल्यूडी अथवा संबंधित ग्राम पंचायत द्वारा तत्काल हटाया जाए। विद्युत विभाग को शहरी क्षेत्रा के ढीले तारों को कसवाने के निर्देश दिए। विद्युत आपूर्ति बाधित होने के कारण पेयजल व्यवस्था न बिगड़े, इसके लिए जलदाय विभाग द्वारा जैनरेटर तैयार रखे जाएं। पाइपलाईन फूटने की शिकायतों को प्राथमिकता से देखा जाए तथा बरसात के मौसम के दौरान क्लोरीन की कमी न हो, इसका भी ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा मौसमी बीमारियों से निपटने की तैयारी कर ली जाए। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर आवश्यक दवाईयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवाई जाए।
बिना अनुमति हैडक्वार्टर नहीं छोड़ सकेंगे कार्मिक
जिला कलक्टर ने कहा कि बाढ़ नियंत्राण से जुड़े अधिकारी बिना अनुमति हैडक्वार्टर नहीं छोडेंगे। इसके लिए उन्हें स्वीकृति लेनी होगी। साथ ही उन्होंने संबंधित कार्मिकों को उनके मोबाइल चौबीस घंटे चालू रखने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि सिविल डिफेंस के जवानों को मोटर पम्प संचालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन्हें नगर निगम, नगर विकास न्यास और जिला स्तरीय नियंत्राण कक्षों पर तैनात किया जाएगा, जिससे कि आवश्यकता के अनुसार पम्प सैटों का संचालन सुलभता से हो सके।
संसाधनों की ब्लॉकवार समीक्षा
बैठक के दौरान डोगरा ने उपलब्ध संसाधनों तथा बाढ़ के संभावित क्षेत्रों की ब्लॉकवार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि उपखण्ड अधिकारी बाढ़ के संभावित क्षेत्रों का दौरा करें तथा तैयारियों का जायजा लें। नगर निगम 5 और नगर विकास न्यास के पास 10 पम्प सैट तैयार रखें। प्रत्येक क्षेत्रा में आवश्यकता के अनुसार मिट्टी के थैले भरवा लिए जाएं। उन्होंने पशुपालन, दूरसंचार, रसद सहित अन्य विभागों द्वारा की गई तैयारियों की जानकारी प्राप्त की। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) के एम दूड़िया, नगर निगम की मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रियंका गोस्वामी, जिला परिषद के एसीईओ ताज मोहम्मद और कोषाधिकारी संजय धवन सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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