बीकानेर,
7 मई। शिवबाड़ी के लालेश्वर महादेव मंदिर के अधिष्ठाता स्वामी संवित् सोमगिरि तथा उद्योगपति शिव रतन अग्रवाल उर्फ फन्ना बाबू व अन्य अतिथियों ने मंगलवार को पवनपुरी क्षेत्रा के वल्लभ गार्डन में संस्कार प्ले स्कूल का उद्घाटन सरस्वती की पूजा अर्चना से किया।
स्वामी संवित् सोमगिरि महाराज ने रविन्द्र नाथ टैगोर की जयंती पर उनका स्मरण दिलाते हुए कहा कि बच्चों की शिक्षा तथा उनकी प्रतिभा को निखारने में अभिभावक व शिक्षक छेड़छाड़ नहीं करें। कोमल आयु में बच्चों को वात्सल्य, स्नेह तथा आत्मीयता के साथ भारतीय वैदिक सनातन संस्कृति के अनुसार शिक्षा दें। स्कूल में सेवाएं देने वाली शिक्षक-शिक्षिकाएं मातृ व गुरु भाव के दायित्व को सही तरह निभाएं।
स्वामीजी ने कहा कि हमें अपनी ईश्वर, जीव, जगत तथा महिलाओं के प्रति दृष्टि को सही रखनी होगी। सभी सम्पतियों में प्रमुख शिक्षा के धन की प्राप्ति के लिए ब्रह्म विद्या तथा वेद, धर्म व
शास़्त्रा को ध्यान में रखना होगा। स्कूल एक मंदिर, गुरुकुल है जहां से बच्चे को शिक्षा के साथ शारीरिक, मानसिक व बौद्धिक विकास होता है। शिक्षण संस्थान का संचालन करने वालों का दायित्व है कि वे बच्चों को परिवार, समाज तथा राष्ट्र के लिए सर्वोत्तम नागरिक बनाने का प्रयास करें।
बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल के अध्यक्ष शिव रतन अग्रवाल उर्फ फन्ना बाबू ने कहा कि इस तरह के प्ले स्कूल से बच्चों को शिक्षण संस्थान में नहीं जाने का भय दूर होगा। घर-परिवार के माहौल में वे खेल-खेल में शिक्षा व संस्कार प्राप्त कर सकेंगे।
विश्व विद्यालय शैक्षिक संघ गुजरात के अध्यक्ष
डॉ.प्रग्नेश शाह ने कहा कि वर्तमान में परिवार व समाज में लोगों में आपसी प्यार व विश्वास की कमी हो रही है। जीवन पद्धति के साथ बच्चों के शिक्षा व संस्कार की पद्धति में परिवर्तन आया है। संस्कार प्ले स्कूल के माध्यम से बच्चों में विश्वास, प्रेम, साम्प्रदायिक सौहार्द व आपसी भाई चारे की भावना विकसित होगी । उनके जीवन में शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार व आत्मीय स्नेह आदि मानवीय गुणों का विकास होगा।
बडौदा विश्व विद्यालय के राज्य सरकार की ओर से मनोनीत सिंडिकेट सदस्य श्री जीगर ईनामदार ने कहा कि कि 16 संस्कारों में शिक्षा का संस्कार बच्चे व उनके अभिभावकों के लिए अनुकरणीय है। शिक्षा का शस्त्रा व शास्त्रा का सदुपयोग करने से ही समाज का सर्वागींण विकास संभव है।
संस्कार स्कूल प्राइवेट लिमिटेड, लखनऊ के निदेशक राहुल सिंह ने बताया कि राजस्थान में उनके समूह की यह पहली स्कूल है। हिन्दुस्तान में अनेक स्थानों पर बच्चों को मनोवैज्ञानिक तरीके से खेल-खेल में पारिवारिक वातावरण देते हुए स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। देश के प्रमुख शहरों में चल रही स्कूलों में बेहतर शिक्षा, बच्चों की सुरक्षा, खेल-खेल में अभिनव तरीके से शारीरिक, मानसिक तथा शैक्षिक विकास की गतिविधियों के कारण काफी लोकप्रियता प्राप्त की है। करीब एक हजार वर्ग फीट के स्कूल परिसर में नन्हें बच्चों को घर-परिवार के साथ प्राकृतिक वातावरण तथा खेलकूद, विश्राम आदि स्वच्छंदता रहेगी।
स्कूल के प्रबंध कार्यकारिणी के वरिष्ठ सदस्य तथा सुप्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ.अरुण गोयल ने कहा कि बचपन के अच्छे संस्कार की आजीवन रहते है । सस्कार प्ले स्कूल में बच्चों को ं खेल खेल में शिक्षा के साथ उन्हें संस्कारित किया जाएगा। उस्कूल के सभी कक्षा कक्ष वातानुकुलित होंगे तथा बच्चों को खेलने-कूदने के दौरान कोई चोट नहीं लगे इसके लिए रबर की फ्लोरिंग की गई है। उन्होंने समारोह में हिस्सा लेने वालों का आभार व्यक्त किया।
स्कूल के निदेशक कृष्ण कुमार गोयल, उद्योगपति जेठमल अरोड़ा, अनिरुद्ध गोयल व अभिषेक अरोड़ा, अनिल व अश्विनी गोयल,प्रमोद मित्तल, डॉ.मोनी मित्तल ओसिल गोयल तथा श्रीमती मीरा रानी गोयल, श्रीमती विनी गोयल, अंजू गोयल व वंदना गोयल, संस्कार स्कूल प्राइवेट लिमिटेड के संस्कार स्कूल समूह के मार्केटिंग प्रबंधक लखनऊ के आशीष टण्डन, देवेश सक्सेना, हरिद्वार के राजीव अरोड़ा तथा पार्षद छाया गुप्ता आदि ने अतिथियों का शॉल, स्मृति चिन्ह से सम्मान किया। समारोह में उद्योग, शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य लोग मौजूद थे।
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