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Friday, May 31, 2013

12 फीसदी महिलाएं वोटर ही नहीं

राजस्थान के रहस्योद्घाटन से निर्वाचन विभाग पर प्रश्नचिह्न
जयपुर। महिलाओं में मताधिकार के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए निर्वाचन विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। लिंगानुपात के साथ ही चुनाव पंजीकरण में महिलाएं पुरूषों की तुलना में कमजोर स्थिति में हैं। आंकड़ें बताते हैं कि मताधिकार के मामले में प्रदेश की महिलाएं संख्यात्मक अनुपात में पुरुष मतदाताओं की तुलना में 12 फीसदी तक पिछड़ी हुई हैं।

अब निर्वाचन विभाग इन्हें पुरुष मतदाताओं के बराबर लाने की तैयारी कर रहा है। विभाग ने मताधिकार से वंचित इन महिलाओं को चिन्ह्ति करने के लिए महिला कार्यकत्र्ताओं को ही जिम्मा सौंपा गया है।
दरअसल, प्रदेश में 2011 की जनगणना के बाद जारी किए गए अंतिम सरकारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश की जनसंख्या 6 करोड़ 85 लाख से अधिक है।
इस जनसंख्या में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का आंकड़ा कमजोर है। सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो अभी प्रदेश में जनसंख्या के अनुपात में प्रति 1000 पुरुषों पर महिलाओं का लिंगानुपात 928 है। जबकि वर्ष 2001 की जनसंख्या में महिलाओं का यह अनुपात 921 था। जनसंख्या के साथ ही प्रदेश में महिलाओं का लिंगानुपात बढ़ा है।
लेकिन चुनाव पंजीकरण के मामले में यह अनुपात पुरुष मतदाताओं के बराबर नहीं सका है। महिलाएं लिंगानुपात और चुनाव पंजीकरण में
पुरुषों से पिछड़ी हुई हैं। निर्वाचन विभाग के अनुसार अप्रेल 2013 तक के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में पंजीकृत महिला मतदाताओं का अनुपात पुरूष मतदाताओं की अपेक्षा में 888 ही है। यानी की प्रदेश में अगर एक हजार पुरुषों को अगर मतदान का अधिकार मिला हुआ है तो इस अनुपात में सिर्फ 888 महिला ही मताधिकार का अधिकार रखती हैं। यानी प्रदेश में पुरुषों के मुकाबले अभी भी 12 फीसदी से अधिक महिला मतदान के अधिकार से अब तक वंचित हैं। इस पिछड़ेपन को दूर करने के लिए निर्वाचन विभाग ने महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं को यह जिम्मा सौंपा है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सौंपा जिम्मा
निर्वाचन विभाग के आदेश पर इन आंगनबाड़ी महिला कार्यकत्र्ताओं को अपने-अपने क्षेत्र में एक जनवरी 2013 तक 18 साल की आयु पूरी कर लेने वाली और चुनाव पंजीकरण से वंचित महिलाओं को चिह्नित करने की जिम्मेदारी दी गई। इन आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं ने मताधिकार से वंचित पात्र महिलाओं को चुनकर उन्हें सूचीबद्ध करने का काम शुरू कर दिया है। जून माह तक इस काम को पूरा कर लिया जाएगा। संबंधित बीएलओ को सूचना भेजकर महिलाओं का चुनाव पंजीकरण कर मताधिकार दिया जाएगा।चुनाव पंजीकरण कर महिलाओं को मताधिकार प्रदान करने के लिए वंचित महिलाओं को सूचीबद्ध किया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं के माध्यम से इन्हें चिन्ह्ति किया जा रहा है।
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पी.सी.गुप्ता, संयुक्त सचिव, निर्वाचन विभाग


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