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Sunday, July 7, 2013

म्यांमार का बदला हिंदुस्तान में?

पटना/गया।। बिहार का बोधगया रविवार को सीरियल ब्लास्ट से दहल गया। महाबोधि मंदिर में रविवार तड़के एक के बाद 9 ब्लास्ट हुए। 4 ब्लास्ट मंदिर परिसर में ही हुए। मंदिर के अंदर स्थित पवित्र पीपल के पेड़ के पास पहला ब्लास्ट हुआ। 5 बजकर 25 मिनट पर हुए इस ब्लास्ट में 2 बौद्ध भिक्षु गंभीर रूप से घायल हो गए। एक की हालत गंभीर है। इनमें से एक बर्मा और एक तिब्बत का बताया जा रहा है।
पहले ब्लास्ट के बाद रुक-रुककर 30 मिनट के भीतर 8 और ब्लास्ट हुए। 5वां धमाका मंदिर परिसर से 80 फीट दूर हुआ। छठा धमाका करमापा मंदिर के पास हुआ। इसके अलावा मंदिर परिसर से दो और मंदिर से एक किलोमीटर दूर बैजू बिगहा से दो और जिंदा बम बरामद किए गए। गृह मंत्रालय ने इन धमाकों को आतंकी वारदात करार दि‍या है। प्रधानमंत्री ने भी कड़े शब्दों में इसकी निंदा की है। सबसे बड़ी बात यह रही कि मंदिर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है, लेकिन पवित्र पीपल के पेड़ को हल्का नुकसान जरूर पहुंचा है।
सूत्रों के मुताबिक, बोधिवृक्ष ही आतंकियों के निशाने पर था। इस हमले के पीछे इंडियन मुजाहिदीन के हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, खुफिया सूत्रों के मुताबिक, इस हमले का संबंध म्यांमार में मुसलमानों और बौद्धों के बीच हुई हिंसा से हो सकता है। धमाकों के बाद पूरे बिहार में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। राजधानी पटना में सभी महत्वपूर्ण इमारतों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।

मगध प्रमंडल के डीआईजी नैयर हसनैन खान ने बताया कि मंदिर पूरी तरह से सुरक्षित है। खान ने बताया कि 2 जिंदा बम बरामद किए गए हैं, उन्हें निष्क्रिय करने के लिए बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया है। मंदिर परिसर को खाली करा लिया गया है और खोजी कुत्तों की मदद से छानबीन की जा रही है।
गृह मंत्रालय ने इसे एक आतंकी हमला माना है, लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि यह हमला किस संगठन ने किया है। आईबी ने एक सप्ताह पहले ही मंदिर पर हमले का अलर्ट जारी किया था। धमाकों के बाद गृह मंत्रालय ने बिहार सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
सीआईएसएफ करे मंदिर की सुरक्षा: नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पुलिस महानिदेशक अभयानंद के साथ महाबोधि मंदिर पहुंचे। उन्होंने सुरक्षा चूक मामले से संबंधित सवाल को टालते हुए कहा, खुफिया एजंसियों से मिली जानकारी के बाद मंदिर परिसर और आसपास की सुरक्षा बढ़ाई गई थी, लेकिन फिर भी हमला हुआ। यह दुखद है। मामले की जांच चल रही है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि वह मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था सीआईएसएफ को सौंपने का आग्रह केंद्र सरकार से करेंगे। इस हमले की जांच के बारे में नीतीश ने कहा कि एनआईए की टीम जांच करेगी।
हमला बर्दाश्त नहीं: पीएम
महाबोधि मंदिर पर आतंकवादी हमले के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि ऐसे हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी मिश्रित संस्कृति और सभ्यता सब धर्मों का आदर करना सिखाती है। धार्मिक स्थलों पर ऐसे हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। हमले में घायल लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
म्यांमार का बदला?
आईबी सूत्रों के मुताबिक, हमले का संबंध म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों और बौद्धों के बीच हुई हिंसा से हो सकता है। इसके पीछे अल कायदा से जुड़े संगठन जमात अल तवाहिद वल जिहाद का हाथ हो सकता है।
बोधगया का महाबोधि मंदिर देश-दुनिया में काफी प्रसिद्ध है। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। रविवार को यहां एक खास तरह की परिक्रमा भी होती है। गौरतलब है कि इसी बोधगया में बौद्ध धर्म के प्रवर्तक गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।


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