पीबीएम की शिशु नर्सरी में देर रात लगी आग:
पीबीएम की शिशु नर्सरी में देर रात लगी आग ने अग्नि शमन व्यवस्था कीपोल खोल दी। अस्पताल प्रशासन की ओर से अग्निशमन व अन्य सुरक्षा के नाम पर कोई खास व्यवस्था नहीं कर रखी है। अस्पताल में आपदा स्थिति में आग बुझाने की कोई व्यवस्था नहीं है। अस्पताल में बिजली के तार खुले पडे है। आग बुझाने के उपकरणों की कमी के कारण यह हादसा हुआ है, अगर अग्निशमन उपकरणो की व्यवस्था होती तो यह हादसा रोका जा सकता था। भाजयुमो प्रभारी महावीर रांका ने अस्पताल पहुंच कर जायजा लिया एवं अस्पताल में 24 घंटे अग्निशमन यंत्र की व्यवस्था की मांग की।
विभिन्न संगठनों ने आगजनी घटना की जांच
की मांग
राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ.बी.डी. कल्ला ने कहा है कि विद्युत उपकरणों से आगजनी जैसी घटनाओं की पुनर्रावृति नहीं हो इसके लिए पी.बी.एम. अस्पताल में अत्याधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे। उपकरणों के लिए राज्य सरकार व नगर विकास न्यास, बीकानेर से आर्थिक सहायता उपलक्ध करवाई जाएगी। डॉ. कल्ला ने रविवार को पी.बी.एम. अस्पताल में अल्ल सुबह विद्युत उपकरणों में शॉट सर्किट से लगी आग के बाद निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने अस्पताल के प्राचार्य डॉ.के.सी. नायक से बात कर निर्देश दिए कि शॉट सर्किट से भविष्य में आग नहीं लगे इसके लिए आग पर नियंत्रण पाने के आधुनिक उपकरण लगाएं जाएं । उन्होंने कहा कि अस्पताल में नगर विकास न्यास के माध्यम से ऐसे उपकरण लगाएं जाएंगे जिनसे इस तरह की घटना होते ही मैन स्विच से ही विद्युत का कनेक्टशन पृथक हो जाए। राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि अस्पताल के पास ही एक आधुनिक अग्नि शमन केन्द्र न्यास व नगर निगम के माध्यम से बनाया जाएगा। उन्होंने सुबह आगजनी के समय अस्पताल मेंं भर्ती एक शिशु के पिता व सेना के जवान द्वारा हिम्मत दिखाकर बच्चों को बाहर लाने मेंं किए साहसिक व मानवीयता के कार्य पर सैनिक विजय शर्मा व पंकज शर्मा की हौशला अफजाई की।
गृह राज्य एवं यातायात मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल ने रविवार तड़के पी.बी.एम.अस्पताल के शिशु चिकित्सालय के नर्सरी वार्ड में शॉर्ट सर्किट से हुई आगजनी स्थल का निरीक्षण किया और अस्पताल के बच्चा वार्ड में शिशुओं और अभिभावकों से उनक कुशलक्षेम पूछी। गृह राज्यमंत्री ने सुबह जल्दी ही अस्पताल पहुंचकर अधिकारियों को निर्देश दिए कि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृति रोकने के पुख्ता इंतजाम किए जाए। उन्होंने सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.के.सी.नायक और अस्पताल अधीक्षक डॉ.सतीश कच्छावा को कहा कि इस तरह की दुर्घटना के मद्देनजर आपात कालीन लाईट व्यवस्था की पृथक से व्यवस्था और ध्ॉुएं की धुंध से बचाव के आधुनिक उपकरणों का भी इस्तेमाल सुनिश्चित करें। अस्पताल के कंट्रोलर और प्राचार्य ने बताया कि नर्सरी वार्ड में क्षतिग्रस्त उपकरणों को एक-दो दिन में बदल दिया जायेगा। बेनीवाल ने शिशु चिकित्सालय और जनाना अस्पताल के सभी शिशु वार्डों का निरीक्षण कर अभिभावकों से बातचीत की। बच्चों के परिजनों ने अस्पताल में आग लगने के बाद अस्पताल प्रशासन द्वारा तत्काल कदम उठाये जाने की व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया। अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) हजारी लाल,तहसीलदार रण सिंह,डॉ.सी.के.चाहर, डा.आर.एस.बम्ब,राजेन्द्र सोनी,डा.कुलदीप बिठ्ठू व डॉ.विजय कपूर सहित वरिष्ठ चिकित्सकगण मौजूद थे।
जिला कलक्टर आरती डोगरा ने रविवार तड़के पी.बी.एम.अस्पताल के शिशु चिकित्सालय में आग लगने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची और शिशुओं की चिकित्सा सुविधा के बारे में पुख्ता बंदोबस्त के निर्देश दिए। जिला कलक्टर घटना के तुरन्त बाद ही शिशु अस्पताल में शॉर्ट सर्किट से नर्सिरी वार्ड में भर्ती शिशुओं की जानकारी पहले ली और उनकी सारसंभाल के लिए परिजनों को आश्वस्त किया। अस्पताल में सभी शिशु सुरक्षित है और स्वास्थ्य लाभ ले रहे है।
महापौर भवानीश्ंाकर शर्मा ने रविवार को पी.बी.एम. अस्पताल के बच्चा वार्ड में लगी आग की स्थिति का जायजा लेकर शिशुओं की कुशलक्षेम पूछी। इस मौके पर महापौर शर्मा ने अस्पताल अधीक्षक डॉ. सतीश कच्छावा, प्राचार्य डॉ. के.सी.नायक से बात करते हुए प्रभावित बच्चों के बेहतर ईलाज के हरसम्भव प्रयास करने की बात कही। महापौर शर्मा ने अस्पताल में ऐसी घटना दुबारा ना हो इसकी व्यवस्था के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर आरती डोगरा ने शनिवार देर रात पी.बी.एम. अस्पताल के शिशु चिकित्सालय में शोर्ट सर्किट से आग लगने के कारणों की जांच के लिए तीन सदस्य कमेटी का गठन किया है। डोगरा आग लगने की सूचना मिलने पर शिशु अस्पताल पहुंची और घटना के बारे में चिकित्सा अधिकारियों से ेजानकारी ली। उन्होंने आग लगने के कारणों की जांच के लिए कमेटी का गठन किया ,जिसमें अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) के.एम.दुडिया, अस्पताल अधीक्षक डॉ.सतीश कच्छावा और सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीशाषी अभियन्ता (विद्युत) शामिल है। वार्ड 17 की पार्षद एवं बी ब्लॉक कांग्रेस महासचिव राज कुमारी आचार्य ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ एमाद्दुदीन अहमद खां को पत्र प्रेषित कर रविवार को पीबीएम अस्पताल शिशु वार्ड में हुई आगजनी की घटना की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है। आचार्य ने बताया कि हॉस्पिटल के बच्चा वार्ड में हुई घटना हॉस्पिटल प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है। इस घटनाक्रम के लिए दोषी कार्मिकों के विरूद्ध गंभीर कार्यवाही करते हुए तुरंत प्रभाव से निलंबित करने की मांग की है। साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावर्ति न हो, इसके पुख्ता इंतजाम करवाने के संबंध में लिखा है। साथ ही घटना में गंभीर रूप से घायल हुए बच्चों की उचित देखभाल की मांग अस्पताल अधीक्षक से की है।
उल्लेखनीय है कि बीकानेर के पीबीएम अस्पताल के नर्सरी शिशु आईसीयू वार्ड में शनिवार रात्रि को भीषण आग लगने से चार नवजात शिशु झुलस गए। अद्र्धरात्रि के समय पीबीएम में शॉर्ट सर्किट से भंयंकर आग लगई उसमें 17 शिशु भर्ती थे। बाहर ड्यूटी कर रहे होम गार्ड के जवान भवानी सिंह ने शोर मचाकर बाहर परिजनों को जगाया, इनके सेना के परिवारजनों के बच्चे भी भर्ती थे। आर्मी के विजय शर्मा , पंकज शर्मा, सुरक्षा गार्ड भवानीसिंह, सावधान संस्था दिनेश भदौरिया ने अपनी जान की परवाह ना करते हुए बच्चों को बचाया। इस दौरान आग से चार झुलस गए अगर उपरोक्त चार बहादुर लोग सक्रिय नहीं होते तो ना जाने कितने मासूमों की जान चली जाती। हादसे के बाद सूचना मिलने पर जिला कलेक्टर आरती डोगरा अतिरिक्त अधीक्षक राजेन्द्र सिंह चारण, सदर वृत्त अधिकारी रामनिवास मीणा, थानाप्रभारी प्रशान्त कौशिक, पीबीएम चौकी मय स्टाफ ने घटनास्थल पर पहुंचकर हादसे की जानकारी ली। बताया जा रहा है कि आईसीयू वार्ड मे चार रूम हीटर लगे हुए थे इन्हीं में शॉर्ट सर्किट होने से आग लगी। इस हादसे में आईसीयू वार्ड के कई उपकरण व दवाईयां जल कर खाक हो गए। मौके पर आग बुझाने के लिए दमकलों को बुलाना पड़ा। आगजनी घटना की निष्पक्ष जांच कराने के लिए सावधान संस्था के दिनेश सिंह भदौरिया ने राज्य के गृह मन्त्री व चिकित्सा मन्त्री को पत्र लिखा है।
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