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Saturday, February 23, 2013


सोनार किले से बहा लोक संस्कृति का दरिया 


जैसलमेर। स्वर्णनगरी का ऎतिहासिक सोनार किला आध्यमिकता व कलात्मकता के साथ शनिवार को लोक संस्कृति का भी साक्षी बना। कहीं मनमोहक सौंदर्य व शृंगार तो कहीं भव्यता का आलम, कहीं विविधता मे एकता की अनुभूति तो कहीं सांस्कृतिक विविधता का दर्शन कराते कलाकार..। अंतरराष्ट्रीय मरू-महोत्सव के अवसर पर स्वर्णनगरी मे   शनिवार को यह अनूठा माहौल देखने को मिला।
 इस बार प्रतिष्ठापूर्ण मिस्टर डेजर्ट प्रतियोगिता का खिताब विजय बल्लाणी ने जीता तो संतोष राजपुरोहित ने मिस मूमल बनने का गौरव हासिल किया। सोनार किले की अखे प्रोल से शुरू हुई शोभायात्रा ने शहर भर में लोक संस्कृति का कुंभ दर्शा दिया।  शोभायात्रा मे लोक संस्कृति के कई रंग बिखरे हुए दिखाई दिए।
राजस्थान पर्यटन निगम व जिला प्रशासन के तत्वावधान में आयोजित मरू-महोत्सव के तहत  निकाली गई शोभायात्रा में जहां लोक कलाकारों के संगीत की गूंज थी, वहीं मरू संस्कृति के रंग भी बिखरे हुए दिखाई दिए। शोभायात्रा में मरू महोत्सव-2013 का बैनर लिए पारंपरिक वेशभूषा में सुसçज्जत युवक आगे चल रहे थे। शोभायात्रा में गेर नृत्य करते कलाकार लोगों का ध्यान बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे। शोभा यात्रा में शामिल ऊंटों पर लोक वाद्यो का वादन करते कलाकार रौनक बढ़ा रहे थे। सबसे आगे मंगल कलश लिए बालिकाएं थीं। शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण सीमा सुरक्षा बल के सजे-धजे ऊंटों का कारवां और उन पर रौबदार अंदाज में बैठे बांके जवान रहे। सीसुब के कैमल माउंटेन बैंड ने शोभायात्रा में चार चांद लगा दिए। पूनम स्टेडियम मे मूमल-महेन्द्रा, देशी व विदेशी नागरिको के लिए साफा बांधो प्रतियोगिता, मूंछ प्रतियोगिता और सर्वाघिक प्रतिष्ठापूर्ण मिस्टर डेजर्ट व मिस मूमल प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं। 
निर्णायको को करनी पड़ी मशक्कत
मरू महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर प्रतियोगिताओं के निर्णय घोषित करने में निर्णायकों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। यहां मिस्टर डेजर्ट के खिताब के लिए एक से बढ़कर एक राजस्थानी पारम्परिक वेशभूषा में सजे-संवरे 28   प्रतियोगियों में से एक का चयन करना था, वहीं नख से शिख तक सजी-धजी छह युवतियों के रूप-सौन्दर्य को निहारकर उनमें से विजेता का चयन करना भी सहज नहीं था। इसी तरह मूंछ प्रतियोगिता में शामिल 19 प्रतिभागियो मे से मदनसिंह प्रथम रहे, वहीं दूसरा स्थान माहेश्वरी संतोष कुमार ने प्राप्त किया।
 प्रतियोगिता मे  दुर्गाराम तृतीय रहे। इसी तरह विद्यालयी छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित मूमल-महेन्द्र प्रतियोगिता में भी काफी उत्साह देखने को मिला। प्रतियोगिता में लाल बहादुर शास्त्री व राजस्थान बाल भारती स्कूल प्रथम, कमला नेहरू स्कूल द्वितीय और  राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रतिभागी तृतीय रहे। देशी लोगों के लिए आयोजित साफा बांधो प्रतियोगिता में 10 प्रतिभागियो ने भाग लिया, जिसमें  जसवंतसिंह इंदा प्रथम,
प्रमोद बिस्सा द्वितीय व जसवंतसिंह इंदा तृतीय रहे। इसी तरह विदेशी प्रतिभागियो की साफा बांधो प्रतियोगिता में 21 प्रतिभागियो ने भाग लिया, जिसमे  स्विजरलेंड के सुमोन, फ्रांस के सेनिक, आस्ट्रेलिया की केसी व यूएसए के डयू व थॉमस को राज्यपाल माग्रेüट आल्वा ने पुरस्कृत किया। 
उठाया भरपूर आनंद
मरू महोत्सव के उद्घाटन समारोह में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं व कार्यक्रमों का देशी-विदेशी सैलानियों के साथ ही जैसलमेरवासियों ने भी भरपूर आनंद उठाया। शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में आयोजित समारोह में दर्शकों की काफी भीड़ रही, वहीं मेला मैदान दर्शकों से खचाखच भरा रहा। महोत्सव में सजी-धजी महिलाओं के साथ ही उत्साह के परिपूर्ण युवाओं ने बड़ी संख्या में शिरकत की। गत वर्ष की तुलना में इस बार विदेशी सैलानियों की संख्या अघिक रही। विदेशी सैलानियों ने मरू महोत्सव कार्यक्रमो को कैमरे मे कैद किया। कासं
लोक संस्कृति के रंग में डूबे विदेशी मेहमान
जैसलमेर. केसरिया बालम आओ नी पधारो म्हारे देश ... की धुन के बीच निकली शोभायात्रा को देखने स्वर्णनगरी के हर चप्पे, खिड़कियों व छतों से लोगों की निगाहें जमी रहीं तो देसी-विदेशी सैलानी भी इन अनूठे पलों को अपने कैमरे में कैद करने के लिए लालायित दिखे। राजस्थान की कला-संस्कृति के सतरंगी रंगों की चटख धूप जैसलमेर में शनिवार को खूब खिली। कला-संस्कृति के विविध आयोजनों के साथ यहां तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मरू महोत्सव का शानदार आगाज हुआ। सुबह से शाम तक तक यहां देसी-विदेशी पर्यटकों व स्थानीय लोगों ने लोक कलाओं पर आधारित प्रतियोगिताओं, सांस्कृतिक आयोजनों के साथ मेले में खरीददारी का भी जमकर लुत्फ लिया।

छा गई राजस्थानी संस्कृति : मरू महोत्सव के पहले दिन स्वर्णनगरी में राजस्थानी वेशभूषा के कई नजारे मिले। सुबह शोभायात्रा के दौरान शहर के सोनार किले पर कई महिला-पुरूष व बच्चे राजस्थानी वेशभूषा में सजे-धजे रहे। एक तरफ मंगल कलश ले जानी वाली महिलाएं व बालिकाएं परम्परागत वेशभूषा में झूमर, झांझर व हाथों में चूड़ा पहने सजी-धजी थी तो आन-बान-शान का प्रतीक साफा पहने पुरूष भी सीना तानते हुए चले। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने एक तरफ बैंडवादन में लोक गीतों की धुन छोड़ी तो ऊंटों पर रौबिले अंदाज में बैठे मिस्टर डेजर्ट के प्रतिभागी भी अलग ही नजर आए। स्कूली बालक-बालिकाओं ने भी अपने-अपने अंदाज में राज्य की कला व संस्कृति की झलक दिखाने की कोशिश की। शहीद पूनमसिंह स्टेडियम भी भी लोक संस्कृति के रंग में रंगी प्रतियोगिताओं ने मन मोहा।
बंधा साफा तो किया अभिवादन
विदेशी पर्यटकों को आयोजन में शामिल करने के उद्देश्य से उनके लिए भी साफा बांधने की प्रतियोगिता रखी गई, जिसमे साफा बांधने के लिए उन्हें दो मिनट का समय दिया गया। कभी साफा पैरों में उलझ गया तो कभी बीच में ही खुल गया। इसके बावजूद कई प्रतियोगियों ने बेहतरीन तरीके से साफा बांधा। ज्योंही साफा बंधा तो कई प्रतिभागियों ने हाथ जोड़कर तो किसी ने झुककर सभी का अभिवादन किया और खूब ठहाके लगाए। कासं
प्रथम तीन विजेताओं को पुरस्कार
 मरू महोत्सव के पहले दिन आयोजित प्रतियोगिताओ के विजेताओ को अतिथियो ने पुरस्कार दिए।  राज्यपाल मार्गे्रट आल्वा ने भारतीय साफा बांधो प्रतियोगिता तथा विदेशियों की साफा बांध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर रहे जसवंतसिंह को 3 हजार रूपए, द्वितीय स्थान अर्जित करने वाले प्रमोद बिस्सा को 2 हजार रूपए तथा तृतीय स्थान पर रहे सवाईसिंह भाटी को 1 हजार रूपए का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया। इसी प्रकार के पुरस्कार विदेशी मेहमानों के मध्य हुई साफा बांध प्रतियोगिता के विजेताओं को भी प्रदान किए गए।
 मरू महोत्सव की सबसे प्रतिषापूर्ण प्रतियोगिता में नगरपरिषद के सभापति अशोक तंवर ने  मरूश्री का खिताब पा चुके प्रथम स्थान पर रहे  रंगकर्मी विजय बल्लाणी को 5 हजार रूपए, दूसरे  स्थान पर रहे भगवानसिंह परिहार को 3 हजार रूपए तथा तृतीय स्थान पर विजेता रहे महेश कुमार छंगाणी को ढाई हजार रूपए की नकद राशि का पुरस्कार प्रदान किया। इसी तरह मिस मूमल प्रतियोगिता में भी नगरपरिषद के सभापति अशोक तंवर ने मिस मूमल का खिताब पा चुकी संतोष राजपुरोहित को प्रथम पुरस्कार के रूप में 5 हजार रूपए, द्वितीय स्थान पर रही मनीषा बिस्सा को 3 हजार रूपए तथा  तृतीय स्थान पर रही  प्रियदर्शनी गोस्वामी व निघि व्यास को 2-2 हजार रूपए की राशि का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया।
मरू महोत्स के पहले दिन आयोजित की गई मूमल-महेन्द्रा प्रतियोगिता में नगर विकास न्यास के अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर ने लाल बहादुर शास्त्री उच्च प्राथमिक विद्यालय जैसलमेर को प्रथम स्थान अर्जित करने 5 हजार रूपए ,कमला नेहरू उच्च प्राथमिक विद्यालय को द्वितीय स्थान प्राप्त करने 3 हजार रूपए एवं राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय जैसलमेर को तृतीय स्थान अर्जित करने पर 2 हजार रूपए का पुरस्कार प्रदान किया गया। इसी प्रकार मूंछ प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतियोगियों में प्रथम स्थान पर रहे मदनसिंह राठौड़ को 3 हजार रूपए, द्वितीय रहे संतोष कुमार माहेश्वरी को 2 हजार रूपए तथा तृतीय स्थान पा चुके दुर्गाराम को एक हजार रूपए का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया। 


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