संवेदनहीनता दर्शाने वाले अधिकारियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही : कलक्टर
जिला कलक्टर ने कहा कि सम्बल योजना, पालनहार योजना व विविध तरह के पेंशनों के प्रकरणों के निस्तारण के लम्बित मामलों को शीध्र निपटाए। पेंशन योजना के प्रकरणों का पी.पी.ओ. ऑन लाइन करवाकर पात्रा लोगों को पेंशन दिलवावें। ऑन लाइन में दिक्कत होने पर जिला कोषाधिकारी व उप कोष कार्यालयों से सहयोग लें। जिला कोषाधिकारी संजय धवन ने बताया कि ऑन लाइन पी.पी.ओ. जारी करने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।
डोगरा ने कहा कि अतिवृष्टि, ओलावृष्टि में फसल खराबे के प्रकरणों में असिंचित क्षेत्रा के लिए 3 हजार रुपए प्रति हैक्टेयर व सिंचित क्षेत्रा में 6 हजार रुपए प्रति हैक्टेयर देने के प्रावधान है। उप खंड अधिकारी, विकास अधिकारी, तहसीलदार , नायब तहसीलदार तथा गिरदावर आदि खराबे का वास्तविक सर्वे करवाकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। पटवारियों को मौके पर भेज कर सत्यापन करवावें। पुराने प्रकरणों की भी रिपोर्ट प्रस्तुत भी पेश करें।
कलक्टर ने कहा कि किसी के घर आगजनी में जन, पशु व धन की क्षति हुई है तो पीड़ित को राहत दिलवाने के लिए संवेदनशीलता व मानवीयता रखते हुए कार्य करें। ग्राम सेवक व पटवारी द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्रा देने में ढील बरती जाए तो उनके खिलाफ कार्यवाही अमल में लाएं। पुलिस व अन्य विभागों से समन्वय रखते हुए प्रकरणों का निस्तारण करें।
उन्होंने कहा कि उप स्वास्थ्य केन्द्र व सामुदायिक स्वास्थय केन्द्रों में बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए गोद देने की परम्परा शुरू की है। अनेक स्थानों पर भामाशाहों ने अस्पतालों के विकास व संचालन में सक्रियता दिखाई है लेकिन लूणकरनसर आदि स्थानों पर सहयोग के लिए लोग आगे नहीं आए हैं। उन्होंने उप खंड अधिकारियों को निर्देश दिए कि भामाशाहांे, दानवीरों तथा सामाजिक क्षेत्रा में कार्य करने वाले लोगों से संपर्क कर उन्हें अस्पतालों को गोद लेने के लिए प्रेरित करंें। गोद लेने वालों से सफाई, चादरों की धुलाई, सामान्य उपकरण सुलभ करवाने, अस्पताल की मरम्मत रंग रोगन आदि में सहयोग लेें।
जिला कलक्टर ने कहा कि सुगम की शिकायतों व मुख्यमंत्राी कार्यालय से प्राप्त शिकायतों तथा लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत प्राप्त शिकायतों को निर्धारित समय अवधि में निस्तारित करें। प्राप्त शिकायतों का स्वयं ऑन लाइन पर अवलोकन करें तथा उनको निराकरण करें। लोक सेवा गारंटी अधिनियम के प्रकरणों में ढिलाई बरतने वाले अधिकारियों के विरुद्ध जुर्माना लगाने की कार्यवाही की जाएगी।
डोगरा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्यालय में नहीं बैठकर क्षेत्रा में जाएं तथा मिड डे मील योजना, महा नरेगा के कार्यों, अस्पतालों व स्कूलों आदि का निरीक्षण करें तथा निरीक्षण रिपोर्ट को जिला प्रशासन तक भिजवावें जिससे खामियों को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने कार्यालय में भी निश्चित वार व समय में उपस्थित रहकर लोगों के अभियोग व फरियाद को सुनें तथा उनका निराकरण करें
जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में खाजूवाला सहित अनेक स्थानों पर महिला व पुरुष मतदाताओं के अनुपात में अंतर है। महिला मतदाताओं को अपने मताधिकार का उपयोग करने के लिए उनके नाम मतदाता सूची में जुड़वाने के लिए प्रेरित करें। आशा सहयोगिनियों, शिक्षिकाओं व ए.एन.एम. भी महिला मतदाताओं को अपने नाम मतदाता सूची में दर्ज करवाने के लिए प्रेरित करें।
बैठक में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संदेश नायक, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओम प्रकाश, अतिरिक्त मुख्यकार्यकारी अधिकारी ताज मोहम्मद राठौड़, अतिरिक्त कलक्टर (प्रशासन) के.एम.दूड़िया, जिला रसद अधिकारी नरेन्द्र सिंह राजपुरोहित सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, उप खंड अधिकारी, विकास अधिकारी व तहसीलदार आदि मौजूद थे।
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